भिवानी जिले के छह लाख निवेशकों के करीबन 800 करोड़ रुपए दिलवाने की मांग
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सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद भी निवेशकों की खून-पसीने की कमाई नहीं दी रही वापिस : राजेश
भिवानी (सच कहूँ न्यूज)। रूपया निवेश के नाम पर देश के करीबन पांच करोड़ 85 लाख ग्राहकों के खून-पसीने की गाढ़ी कमाई को लेकर रफूचक्कर हुई पीएसीएल (PACL) के घोटाले के बाद से वर्ष 2016 से निवेशक अपने खून-पसीने की कमाई को वापिस दिलवाए जाने की मांग को लेकर संघर्षरत्त है। निवेशक कभी जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन, कभी सेबी ऑफिस, प्रदेश भर के सांसद, विधायक व मंत्री से गुहार लगाने के बावजूद भी निवेशकों की समस्या का कोई हल नहीं हुआ। इसी को लेकर भिवानी जिला के भी करीबन छह: लाख निवेशक चीट फंड घोटाले का शिकार हुए हैं, जिसके तहत उन्हें करीबन 800 करोड़ रुपए की चपत लगी।
रविवार को एक बार फिर से ऑल इन्वेस्टर्स सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन (एआईएसओ) के बैनर तले भिवानी जिला के निवेशक सांसद धर्मबीर सिंह के निवास पर पहुंचे तथा उन्होंने सांसद के नाम उनके पीए को ज्ञापन सौंपकर अपनी खून-पसीनी की गाढ़ी कमाई को वापिस दिलवाए जाने की मांग की। इस मौके पर एआईएसओ के जिला अध्यक्ष राजेश कुमार बड़ाला ने कहा कि पीएसीएल (PACL) कंपनी में मेहनत-मजूदरी कर अपना घर चलाने वाले देश के करोड़ों लोगों ने निवेश किया, लेकिन इस कंपनी ने सभी लोगों को चूना लगाने का काम किया।
जिसके बाद से सभी निवेशक कंपनी में निवेश की गई अपनी मेहनत की कमाई वापिस लेने की मांग को लेकर दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है, लेकिन उनकी कही कोई सुनवाई नहीं की जा रही। जिला अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले में फरवरी 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी गठित कर सेबी को जमीन बेचकर पैसा भुगतान के निर्देश दिए थे, लेकिन (PACL) आज तक उस कार्य को पूरा नहीं किया गया है।
जिसके लिए देश भर के निवेशक कभी सांसद, कभी विधायक तो कभी मंत्री के दरों की धूल फांकने को मजबूर हो रहे हैं, लेकिन उनके हाथ सिर्फ निराशा ही लगी है। सांसद दरबार पहुंचे सभी निवेशकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनका निवेश किया गया रूपया जल्द उन्हें वापिस नहीं मिला तो वे मजबूरन अपना आंदोलन तेज करेंंगे।
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