Khizrabad: रोड साइड चेंकिग को बायपास कर सिंचाई विभाग के पुलों व पटरियों से निकल जाते है ओवरलोड अवैध खनिज से भरे वाहन

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Khizrabad News: Khizrabad: रोड साइड चेंकिग को बायपास कर सिंचाई विभाग के पुलों व पटरियों से निकल जाते है ओवरलोड अवैध खनिज से भरे वाहन

बेलदारों से लेकर जेई व एसडीओ तक को सब मालूम मगर कोई पूछने वाला नहीं

खिजराबाद (सच कहूँ/राजेंद्र कुमार)। Yamunanagar News: सिंचाई विभाग के रास्ते व पुल अवैध खनिज परिवहन का सबसे आसान जरिया बने हुए है। दादुपुर हैड हो या भूड़कला हर्बल पार्क के सामने से बहादुरपुर जाने वाली नहर की पटरी इन रास्तों पर न केवल जमकर ओवरलोड चल रहा है, बल्कि नाकों को बायपास कर इन रास्तों से अवैध खनिज का परिवहन हो रहा है। जेई से लेकर एसडीओ तक के अधिकारियों को फुर्सत नहीं तो उससे ऊपर के अधिकारियों को सही जानकारी नहीं होती। ऐसे में सड़कों पर लगाए गए नाकों का औचित्य क्या रह जाता है। Khizrabad News

खनन क्षेत्र बल्लेवाला, बेलगढ़, लाकड़, नत्थनपुर से पिछले कई वर्ष से लगातार अवैध खनन हो रहा है। इसको रोकने के लिए फील्ड में हालांकि कोई खास प्रयास नहीं किया गया, मगर तमाम एजेंसियां सड़कों पर अवैध खनिज का परिवहन कर रही गाड़ियों को रोकने का प्रयास करती रही हैं। प्रशासन ने इसको रोकने के लिए जिला भर में रोड साइड चेकिंग के लिए पुलिस व अन्य विभागों के कर्मचारियों के नाके लगा दिए, मगर लगभग हर जगह पर कोई न कोई ऐसा लीकेज प्वायंट छोड़ दिया गया, जिससे खनिज से लदी गाड़ियां आसानी से निकल जाएं।

देवधर के बाद शहजादपुर व जयधरी के अलावा कोई नाका नहीं है जिसका फायदा खनन माफिया आसानी से उठा रहा है। सबसे बड़ा वीक प्वायंट या इलीगल माइनिंग ट्रांसपोटेशन का सेफ रुट दादुपुर हैड बना हुआ है। यहां से रात के समय मौका मिलते ही बड़े-बड़े व्हीकल व ट्रैक्टर-ट्रालियां जिसमें रेत-बजरी बोल्डर लदा होता है उसको निकाला जाता है। हैड पर सिंचाई विभाग के कर्मचारियों के अलावा होमगार्ड के जवान हर समय तैनात रहते हैं। यहां पर सिंचाई विभाग के सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं। Khizrabad News

दूसरा सेफ रुट भूड़कलां हर्बल पार्क के सामने सिंचाई विभाग की पटरी है, यहां पर चेकिंग प्वायंट हरियाणा पावर जनरेशन कारपोरेशन के आफिस के सामने बनाया हुआ है ओर इस पटरी के रुट को खुला छोड़ा हुआ है। यहां से आसानी से ट्रैक्टर-ट्रालियां दिन के समय व मौका पाते ही बड़े वाहन बहादुरपुर होते हुए प्रतापनगर-पावंटा हाइवे पर पहुंच जाते हैं। सिंचाई विभाग के बड़े अधिकारी न किसी जेई न किसी एसडीओ न ही किसी अन्य कर्मचारी से जवाबदेही करते हैं, यानी कहीं न कहीं मूक सहमति की शंका से इंकार नहीं किया जा सकता। आखिर जब पूरा प्रशासन अवैध खनिज के परिवहन को रोकने में लगा है तो आखिर सिंचाई विभाग को इससे छूट क्यों मिली हई है।

डीसी को लिखा है लैटर, हैड पर पुलिस पोस्ट की मांग: कार्यकारी अभियंता

इस बारे में वाटर सर्विसेज डिविजन दादुपुर हैड के कार्यकारी अभियंता विजय गर्ग ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में 10 मार्च को डीसी को पत्र लिखा है कि हैड पर पुलिस सुरक्षा दी जाए ताकि यहां से ओवरलोड वाहन न निकल पाएं। रात के समय कुछ लोग कर्मचारियों को डरा धमकाकर यहां से वाहन निकालने का प्रयास करते हैं। इसके लिए यहां पर पुलिस की डयूटी होना जरुरी है। सवाल यह है कि रात को डयूटी पर तैनात कर्मचारियों ने क्या कभी अपने सीनियर को लिखित में बताया है कि कौन लोग यहां पर आकर उन्हें डराते धमकाते हैं। अगर ऐसा नहीं है तो क्या अधिकारियों ने कभी किसी कर्मचारी की जवाबतलबी की है। Khizrabad News

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