भर्ती प्रक्रिया लिखित माध्यम से करवाने का विरोध
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज़)। राजस्थान संयुक्त मोर्चा संघर्ष समिति ने जीएनएम, फार्मासिस्ट, एएनएम, लैब टेक्नीशियन, लैब सहायक, रेडियोग्राफर, ईसीजी टेक्नीशियन की आगामी सीधी भर्ती प्रक्रिया को मेरिट एवं बोनस अंक 10, 20, 30 से करवाने एवं नई भर्ती प्रक्रिया जारी करवाने की मांग की है। इस संबंध में समिति के बैनर तले संविदा कर्मचारियों ने बुधवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री के नाम जिला कलक्टर कानाराम को ज्ञापन सौंपा। Hanumangarh News
समिति जिलाध्यक्ष बंशीलाल वर्मा के अनुसार सभी भर्ती प्रक्रिया मेरिट और बोनस अंक के आधार पर ही सम्पन्न हुई है। अब नियम में संशोधन एवं बदलाव कर भर्ती प्रक्रिया के लिखित माध्यम से करवाने की प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है। समिति की मांग है कि भर्ती प्रक्रिया मेरिट और बोनस अंक के आधार पर ही की जाए। उन्होंने बताया कि राजस्थान में संविदा आधार पर हजारों की संख्या में कार्मिक कार्य कर रहे हैं। इन्हें कार्य करते हुए आज कई वर्ष बीत गए हैं। इसके कारण वे उम्र के आखिरी पड़ाव पर आ गए हैं।
संविदा कर्मचारियों के साथ भेदभाव किया गया
वहीं पूर्व में की गई भती प्रक्रिया में तत्कालीन सरकार की ओर से संविदा कर्मचारियों के साथ भेदभाव किया गया। कोविड स्वास्थ्य सहायक जिनका पदनाम भी कार्य के समान नहीं था, जिन्होंने एक दिन कार्य किया उनको भी 15 अंक बोनस दिए गए। जो संविदा कर्मचारी एक साल से कार्य कर रहा है उसको 10 अंक दिए गए। यह प्रक्रिया उन कर्मचारियों के साथ भेदभाव है जो 5 से 10 साल वर्ष से लगातार सेवा दे रहे हैं और भर्ती से वंचित रह गए। उन्होंने बताया कि संविदा पर जितनी भी भर्ती प्रक्रिया की जाती है उसका माध्यम कहीं न कहीं लिखित परीक्षा या इंटरव्यू होता है। ऐसे कर्मचारियों के साथ वापस लिखित माध्यम से भर्ती प्रक्रिया को करवाना न्याय संगत नहीं है।
इसके अलावा आज संविदा कर्मचारी हर स्थिति-परिस्थिति में सरकार के आदेश अनुसार अत्यंत अल्प वेतन में कार्य कर रहे हैं। उनका परिलाभ न देकर भर्ती प्रक्रिया में संशोधन करना न्याय संगत नहीं है। ज्ञापन के जरिए मांग की गई कि संविदा कर्मचारियों के भविष्य को देखते हुए आगामी भर्ती प्रक्रिया को मेरिट और बोनस अंक 10, 20, 30 से करवाया जाए। इस मौके पर राजेश, अमित सहित कई संविदा कर्मचारी मौजूद थे। Hanumangarh News