बरवाला विधायक ने ठुकराया चेयरमैन का पद
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एक दिन पहले ही जोगीराम सिहाग को हरियाणा सरकार ने बनाया था आवास बोर्ड का चेयरमैन
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बोले : समय रहते नहीं जागी सरकार तो किसान व मंडिया हो जाएंगी तबाह
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न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी सुनिश्चित करे सरकार
सच कहूँ/संदीप सिंहमार हिसार। हरियाणा में बरोदा उप चुनाव से पहले सत्तासीन भाजपा-जजपा सरकार को हिसार जिले के बरवाला हलका के विधायक जोगीराम सिहाग ने करारा झटका दिया है। शुक्रवार को विधायक सिहाग ने हिसार के सेक्टर-15 स्थित अपने निवास स्थान पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर किसानों के समर्थन में हरियाणा सरकार द्वारा दिया गया आवास बोर्ड चेयरमैन का पद ग्रहण करने से इंकार कर दिया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि व खुद किसान के बेटे हैं, इसलिए पहले किसान व बाद में विधायक हैं। विधायक जोगीराम सिहाग ने केन्द्र सरकार द्वारा हाल ही में लाए गए तीन कृषि विधायकों से नाराज होकर चेयरमैन का पद ठुकराया है। पत्रकारों को संबोधित करते हुए सिहाग ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार कृषि विधेयकों में न्यूनतम समर्थन मूल्य को सुनिश्चित नहीं करेगी तब तक वह किसी भी सरकारी पद को ग्रहण नहीं करेंगे। इतना ही नहीं विधायक ने कहा कि यदि बरवाला विधानसभा क्षेत्र की जनता कहेगी तो वह किसानों के समर्थन में विधायक के पद से भी इस्तीफा देने के लिए भी तैयार है।
जोगीराम सिहाग ने कहा है कि जब तक केन्द्र सरकार किसान विरोधी विधेयकों को वापस नहीं लेती या फिर फसलों के न्यूनतम मुल्य प्रदान करने के लिए कानून नहीं बनाती वे प्रदेश सरकार का हिस्सा नहीं बनेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को एम.एस.पी. की गारंटी नहीं मिलेगी तो किसान व मंडियां तबाह हो जाएंगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार को इस दिशा में विशेष ध्यान देना चाहिए। इससे पहले उन्होंने कहा कि वे सरकार से पूर्णरुप से संतुष्ट हैं और उनके हलके में उनकी मर्जी से सभी काम भी हो रहे हैं, मगर वे कृषि विधेयकों से सहमत नहीं है। विधायक सिहाग ने कहा कि इन कृषि विधायकों का किसानों के साथ-साथ आम उपभोक्ता पर भी पड़ेगा। खाद्यान्नों के दाम आसमान पर पहुंच जाएंगे। इससे देश में मंहगाई व कालाबाजारी का बोल बोला हो जाएगा। पत्रकारों ने जब विधायक जोगीराम सिहाग से पूछा कि कही उनके कद के अनुरूप मंत्रीमण्डल में स्थान नहीं मिलने से तो वो नाराज नहीं है तो उन्होंने कहा कि वे जननायक जनता पार्टी के सिपाही हैं और किसान हित के लिए ही उन्होंने ऐसा किया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यदि बरवाला हलके की जनता ये चाहेगी कि वे विधायक पद से इस्तीफा दे दें तो वे बिना एक पल गवाएं अपना त्याग पत्र बरवाला की जनता को सौंप देंगे।
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