नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। Opposition Meeting: 2024 के लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections 2024) के परिप्रेक्ष्य में एकता बनाने के उद्देश्य को लेकर महत्वपूर्ण बैठक के लिए लगभग 20 विपक्षी नेता शुक्रवार को बिहार की राजधानी पटना पहुंचे। यह बैठक भाजपा विरोधी मोर्चे के गठन की रूपरेखा तैयार करने के लिए आयोजित की गयी है।
बैठक में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), आम आदमी पार्टी (आप), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), शिवसेना (यूबीटी), द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक), झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), समाजवादी पार्टी (एसपी), नेशनल कॉन्फ्रेंस बैठक में (एनसी), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), सीपीआई, सीपीएम, सीपीआई-एमएल, जनता दल-यूनाइटेड (जेडीयू) और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) भाग लिया। वहीं इस बैठक के बाद सवाल उठता यह है कि क्या विपक्ष मोदी के सामने टिक पाएगा? क्या विपक्ष एकजूट हो जाएंगा? ये सवाल इसलिए भी उठते है कि चुनाव के समय आते आते विपक्ष आपस में ही टकराने लग जाते है।
मोदी को अकेले नहीं हरा सकते , कांग्रेस ने मान लिया : स्मृति | Opposition Meeting
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को पटना में विपक्ष की बैठक पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ने मान लिया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अकेले हरा नहीं सकती और इसके लिए उसे मदद की दरकार है। श्रीमती ईरानी ने आज यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं सार्वजनिक रूप से यह घोषणा करने के लिए विशेष रूप से कांग्रेस को धन्यवाद देती हूं कि वे अकेले श्री मोदी को नहीं हरा सकते हैं और ऐसा करने के लिए उन्हें दूसरों के समर्थन की आवश्यकता है। Opposition Meeting
उन्होंने कहा कि यह हास्यास्पद है कि जिन नेताओं ने आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की हत्या देखी, वे आज कांग्रेस के नेतृत्व में एक साथ आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से कांग्रेस को दिये गये अल्टीमेटम कि अगर कांग्रेस दिल्ली अध्यादेश के खिलाफ पार्टी का समर्थन नहीं करती है तो वह संयुक्त विपक्ष से बाहर निकल जायेगी के बयान पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि जो पार्टियां विकास के लिए एक साथ नहीं आ सकतीं, वे राजनीतिक ब्लैकमेल का सहारा ले रही हैं।
कांग्रेस का समर्थन स्वीकार्य नहीं! Opposition Meeting
एक तरफ जहां विपक्षी दल पटना में जुटकर विपक्षी एकता की बात कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ ये ढांचा भी टूटता नजर आ रहा है। इस दौरान तेलंगाना बीआरएस पार्टी के नेता टीआर रामाराव ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा, नीतीश अच्छे नेता हैं लेकिन हम कांग्रेस के साथ मंच साझा करने पर सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हम उस बैठक को स्वीकार नहीं कर सकते जिसमें कांग्रेस मौजूद हो।