भ्रष्टाचार को रुकवाने के लिए जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन | Municipal Sangria
संगरिया (सच कहूँ न्यूज)। नगरपालिका संगरिया (Municipal Sangria) के विपक्षी पार्षदों ने सोमवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर नगरपालिका में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाई करने व निष्पक्ष जांच करवाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देते हुए भाजपा पूर्व जिलाधक्ष व पार्षद प्रदीप बेनीवाल ने बताया कि नगरपालिका संगरिया द्वारा एक और तो निर्माण तोड़कर सड़कों को चौड़ा करते हुए नाली निर्माण करवाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर मुख्य अति व्यस्ततम तहबाजार में अवैध अतिक्रमण के साथ निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। इस अवैध कार्य में वोटों की राजनीति करते हुए पालिकाध्यक्ष एवं कुछ पार्षद मिले हुए हैं।
तहबाजार संगरिया में इलेक्ट्रोनिक्स की दुकान तहबाजार में कोने की दुकान है। यहां पर दोनों ओर से तीन-तीन फुट का अवैध कौना कर दीवार बनाकर लेंटर डाला जा रहा है। दुकान को चौड़ा कर अलॉट खांचा भूमिपक्का व अवैध निर्माण किया जा रहा है। यहां बनी प्याउ को क्षतिग्रस्त किया जा सकता है। इस निर्माण को रोकने एईएन राकेश कुमार ने रोका था और जांच के बाद पाबंद किया था।
पार्षदों ने आरोप लगाया कि पालिकाध्यक्ष व कुछ पार्षदों ने आकर काम वापिस चालू करवा दिया है। इसी के साथ नगरपालिका संगरिया में भ्रष्टाचार व्यापक पैमाने पर चल रहा है। जिसके कुछ तथ्य जिसमें शहर को नुकसान हो चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगरपालिका अध्यक्ष सुखवीर सिंह सिद्धू ने लाभ लेने के लिए अपने चहेतों को टेंडर देकर दो डिग्गियों की सफाई 11 लाख व 22 लाख रूपए में गंदे पानी के नालों से सिल्ट निकलवाने का कार्य का ठेका जारी कर दिया है। नाले-नालियों एवं डिग्गीयों की सफाई नहीं हुई है ना ही सिल्ट निकली है। अभी आई 152 एमएम बरसात से पूरा शहर दूब गया। नाले-नालियों की सफाई समय पर होती तो बरसाती पानी से शहर को नुकसान नहीं होता।
बिना काम करवाए ही बिल उठाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यदि बिलों का भुगतान हो गया तो जनता की खून पसीने की कमाई सरकारी खजाने को नुकसान होगा। पिछले साल भी 18 लाख रूपए की बंदरबांट हुई लेकिन काम नहीं हुआ था। उसी तरह से इस वर्ष भी तरीका अपनाया जा रहा है। जो जांच का विषय है। शहर में सफाई व्यवस्था बदहाल है। वार्डो में सफाई कर्मचारी नहीं जा रहे हैं। नाले नालियां कूड़ा-कचरा से भरे हुए हैं। गुरूनानक नगर व अन्य मोहल्लों में पानी से नुकसान पहुंचा है। इसी तरह से मिलीभगत कर नगरपालिका के टिप्पर व अन्य गाड़ियों में डीजल/पैट्रोल के नाम पर भी लूट चल रही है या यूं कहें कि भ्रष्टाचार का गढ़ पालिका संगरिया बनी हुई है तो गलत नहीं होगा।
पार्षदों ने जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर अनुशासनात्मक कार्रवाई कर तुरन्त प्रभाव से पाबंदी लगाकर अपेक्षित काम करवाएं जाये और कार्रवाई की जाए। इससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा और आमजन को प्रशासन पर विश्वास भी कायम रहेगा। इस मौके पर भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष व पार्षद प्रदीप बेनीवाल, पार्षद प्रिंस मिड्ढ़ा, पार्षद राजेश डोडा, भारतभूषण गर्ग, राहुल पोटलिया, मीनू गर्ग आदि मौजूद थे।
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