रोष। स्वास्थ्य मंत्री के साथ हुई बैठक में मांगों पर नहीं बनी सहमति
- डॉक्टरों ने तीन घंटे की बजाय पूरा दिन जताया विरोध
- डॉक्टरों की हड़ताल, दूर दराज से आए मरीज खाली हाथ लौटे वापिस
- मीटिंग के बाद भी सरकार ने मांगों संबंधी अधूरा पत्र किया जारी: डॉ. सुमित सिंह
पटियाला (सच कहूँ/खुशवीर सिंह तूर)। Doctors Strike: अपनी मांगों को लेकर डॉक्टरों द्वारा वीरवार को सरकारी अस्पतालों व स्वास्थ्य केन्द्रों में पूरे दिन ओपीडी सेवाएं बंद रखी गई, जिस कारण मरीजों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ीं। आलम यह रहा कि मरीज तो अपने चैकअप के लिए पहुंचे लेकिन डॉक्टर हड़ताल पर रहे। इस दौरान डॉक्टरों द्वारा सिर्फ एमरजैंसी सेवाएं ही दी गई। जानकारी के अनुसार पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेस एसोसिएशन द्वारा वीरवार को तीन घंटे की जगह पूरा दिन विरोध में ओपीडी सेवाएं ठप रखी गई। Patiala News
पटियाला के सरकारी माता कौशल्या अस्पताल सहित जिले के सिविल अस्पतालों व स्वास्थ्य केन्द्रों में डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया। अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों को इलाज की जगह डॉक्टरों की नारेबारी सुनकर वापिस जाना पड़ा। कई मरीजों ने बताया कि उनको आज पूरे दिन की हड़ताल के बारे में जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि पहले डॉक्टरों द्वारा तीन घंटों के लिए अपनी हड़ताल की गई थी। मरीजों ने कहा कि सरकार डॉक्टरों की मांग पूरी करे ताकि डॉक्टरों के विरोध के चलते मरीजों को परेशान न होना पड़े। Patiala News
वहीं डॉ. सुमित सिंह ने बताया कि बीते दिवस हमारी एसो. की मीटिंग स्वास्थ्य मंत्री के साथ हुई थी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलवीर सिंह ने हमारी मांगें तो मान लीं, लेकिन स्पष्ट लिखित रूप में कोई आश्वासन नहीं दिया। उन्होंने बताया कि देर रात सरकार द्वारा एक पत्र जरूर जारी किया गया, लेकिन उसमें जो भी मीटिंग दौरान बात हुई थी, उस तहत मांगों को लागू करने की जगह मांगें लटकाने वाला पत्र जारी किया गया, जिसमें कुछ भी स्पष्ट नहीं थी। इस कारण ही एसो. द्वारा आज ओपीडी सेवाएं बंद रखी गई। उन्होंने कहा कि यह सेवाएं तब तक बंद रहेंगी, जब तक सरकार हमारी मांगेू पूर्णतया लागू करने का लिखित में पत्र जारी नहीं करती। उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण ही मरीजों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
नशा छोड़ने आए लोगों को नहीं मिली दवाईयां | Patiala News
इस दौरान डॉॅक्टरों की हड़ताल के कारण माता कौशल्या अस्पताल में नशा छोड़ने के लिए आए लोगों को दवाईयां नहीं मिल रहीं। उन्होंने कहा कि आज वह दवाई लेने पहुंचे थे, लेकिन उनको हड़ताल के चलते दवाईयां नहीं दी गई। एक व्यक्ति ने बताया कि जब सरकार द्वारा यह दवाईयां हमें शुरु की गई थी तो हड़ताल जैसी परिस्थितियों में भी इसका प्रबंध करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि हमें इन दवाईयों के बिना परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि आज उनको सोमवार को आने के लिए कहा गया है। Patiala News
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