चंडीगढ़(अश्वनी चावला)। पंजाब के सरकारी स्कूलों के सिर पर चल रही प्राईवेट पब्लिशरों की दुकानदारी अब बंद होगी, क्योंकि पंजाब के सरकारी स्कूलों में धड़ल्ले के साथ हो रही गाइडों के प्रयोग को लेकर शिक्षा विभाग (Shiksha Vibhag) ने अब सख़्ती करने की घोषणा कर दी है। स्कूलों में अध्यापक तो दूर की बात, यदि किसी विद्यार्थी ने भी स्कूल में बैठ कर गाईड के द्वारा पढ़ाई करने की कोशिश की तो स्कूल प्रिंसीपल पर इसकी गाज गिरनी तय होगी।
पंजाब के सभी अध्यापकों को अपने अपने स्कूलों में सिर्फ बोर्ड की ओर से तय की गई किताबों के द्वारा ही पढ़ाई करवाई जाएगी, यदि इसके अलावा किसी भी किताब या फिर गाईड का प्रयोग किया गया तो स्कूल प्रिंसीपल इसका जिम्मेदार होगा।
शिक्षा विभाग (Shiksha Vibhag) की ओर से बीते दिन जारी किए पत्र में पंजाब के सभी जिलों के शिक्षा अधिकारी व स्कूल प्रिंसीपलों को हिदायत की गई है कि आज के बाद किसी भी सरकारी स्कूल में किसी भी तरह के प्राईवेट पब्लिशर की प्रविष्टि नहीं होगी व कोई भी अध्यापक उनसे सैंपल के तौर पर किसी भी तरह की हेल्प किताब या फिर गिफ्ट नहीं लेगा।
इस तरह प्राईवेट पब्लिशर की सरकारी स्कूलों में का मुकम्मल दाखिल होने पर ही पाबंदी होगी व इसे लागू करवाने संबंधी सारी जिम्मेदारी खुद स्कूल प्रिंसीपल की होगी। पत्र में यह भी लिखा हुआ है कि विद्यार्थियों के लिए सिर्फ बोर्ड की ओर से लगाई गई टेक्स्ट किताबें ही जरूरी हैं और इसके अलावा कोई भी गाईड का प्रयोग करना जरूरी नहीं है परंतु स्कूलों में विद्यार्थियों सहित खुद अध्यापक किताबों का प्रयोग करने में लगे हुए हैं। इसे किसी भी हालत में बर्दाश्त त नहीं किया जाएगा।
विद्यार्थियों को तो क्या रोकना था अध्यापक खुद करते हैं प्रयोग: डॉयरैक्टर
एनसीईआरटी के डायरैक्टर इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि गाईड का प्रयोग करने के लिए विद्यार्थियों को तो क्या रोकना था, अध्यापक खुद स्कूलों में इसका प्रयोग करने में लगे हुए हैं। यह बहुत ही अधिक बुरी बात है। इस संंबंधी पहले भी पत्र भेज कर रोका गया था परन्तु अध्यापकों की तरफ से आदेश नहीं माने गए थे परन्तु अब उस सख़्ती के साथ अध्यापकों के साथ ही स्कूल प्रिंसीपल के खिलाफ भी कार्रवाई करने जा रहे हैं।
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