बरनावा। सच्चे रूहानी रहबर डेरा सच्चा सौदा के पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज का पावन गुरुगद्दीनशीनी दिवस ‘एमएसजी महारहमोकरम दिवस’ के भंडारे के रूप में देश और दुनिया में करोड़ों साध-संगत ने मंगलवार को धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया। इस अवसर पर साध-संगत का भारी जनसैलाब उमड़ा। साध-संगत के भारी उत्साह के समक्ष शाह सतनाम जी धाम के मुख्य पंडाल सहित करीब 90 एकड़ में बनाए गए अलग-अलग विशाल पंडाल छोटे पड़ गए।
जहां तक नज़र दौड़ रही थी साध-संगत का जनसमूह ही दिखाई दे रहा था। इस अवसर पर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से विशाल रूहानी सत्संग फरमाया। इस शुभ अवसर पर पूज्य गुरु जी ने इन्सानियत मुहिम के तहत सड़कों पर बदहाल घूमते मंदबुद्धियों की सार-संभाल व उनका उपचार करवाकर उन्हें उनके घर पहुंचाने में टॉप रहने वाले राजस्थान के ब्लॉक केसरीसिंहपुर के शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार राजेन्द्रपाल इन्सां को शानदार ट्राफी और प्रेम निशानी देकर सम्मानित किया। वहीं दो जरूरतमंद परिवारों को पूज्य गुरु जी ने साध-संगत द्वारा बनाकर दिए गए मकानों की चाबियां सौंपी।
इस दौरान नई किरण मुहिम के तहत एक परिवार ने पूज्य गुरु जी की शिक्षाओं पर अमल करते हुए अपनी विधवा बहू को बेटी बनाकर उसकी शादी की। साथ ही नई सुबह मुहिम के तहत तलाकशुदा महिला और जीवन आशा मुहिम के तहत विधवा की भक्तयोद्धाओं के साथ शादियां हुर्इं। शादी के बंधन में बंधे इन विवाहित जोड़ों को पूज्य गुरु जी ने 25-25 हजार रुपये के चेक भी दिए। इस अवसर पर दर्जनों स्क्रीनों पर साध-संगत ने पूज्य गुरु जी के वचनों को एकाग्रचित होकर श्रवण किया।
एमएसजी भंडारे को लेकर डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत में अनुपम श्रद्धा, अद्वितीय विश्वास और अद्भुत जोश व ज़ज्बा देखने को मिला। सोमवार रात्रि से ही शाह सतनाम जी धाम व शाह मस्ताना जी धाम में साध-संगत का आना शुरू हो गया। सुबह 11 बजे ‘एमएसजी रहमोकरम दिवस के भंडारे’ के रूहानी सत्संग की शुरूआत से पहले ही विशाल पंडाल साध-संगत से खचाखच भर चुका था। इसके साथ ही आश्रम की ओर आने वाले सभी मार्गों पर जहां तक नजर पहुंच रही थी, साध-संगत का जन समूह ही नजर आया। सर्वप्रथम साध-संगत ने पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ के पवित्र नारे के साथ पावन एमएसजी महारहमोकरम दिवस के भंडारे की बधाई दी। इसके पश्चात कविराजों ने विभिन्न भक्तिमय भजनों के माध्यम से सतगुरु जी की महिमा का गुणगान किया। भंडारे की समाप्ति पर आई हुई साध-संगत को हजारों सेवादारों ने कुछ ही मिनटों में हलवे का प्रसाद और मटर-सोयाबीन बड़ी के दाले वाला लंगर-भोजन बरता दिया।
वर्णनीय है कि डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक पूजनीय बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज ने 28 फरवरी 1960 को पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज को गुरुगद्दी की बख्शिश कर अपना रूप बनाया। इस दिवस को डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत एमएसजी महारहमोकरम दिवस के रूप में उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाती है। साध-संगत के लिए दिन-रात एक करते हुए पूजनीय परम पिता जी ने 11 लाख से अधिक लोगों को राम-नाम की अनमोल दात प्रदान करके नशे, मांसाहार और हरामखोरी जैसी बुराइयां छुड़वाकर इन्सानियत की भलाई के कार्यों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। वहीं आज दिन-दोगुणी और रात-चौगुणी गति से मानवता पर उपकार करते हुए पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां साढ़े छह करोड़ से अधिक लोगों का नशा और बुराइयां छुड़वाकर अपना अथाह प्रेम और रहमतें बरसा रहे हैं।
परम पिता शाह सतनाम जी महाराज का 63वां पावन एमएसजी महारहमोकर्म (गुरुगद्दीनशीनी) दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एमएसजी भंडारे पर पूज्य गुरु जी ने आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से करोड़ों साध-संगत को दर्शन दिए। पूज्य गुरु जी ने सभी साध-संगत को एमएसजी महारहमोकर्म दिवस की बधाई दी। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि भगवान खुशियां दे। सबको बहुत-बहुत आशीर्वाद। मालिक सबको खुशियों से नवाजे।
पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि इस दिन 28 फरवरी को सार्इं दाता रहबर कुल मालिक शाह मस्ताना जी महाराज ने परम पिता शाह सतनाम जी दाता रहबर को गुरगद्दी पर बैठाया और आप वो तस्वीर भी देख सकते हैं। आज वो ही दिन है और परम पिता शाह सतनाम सिंह जी दाता रहबर ने हम पे महान उपकार किए। उन्होंने फरमाया हम थे, हम हैं, हम ही रहेंगे। ये अपनी मुरीदों के लिए अपने शिष्यों के लिए बात कही गई और आज भी फिर से वो ही बात जो सच्चे सौदे के साढ़े 6 करोड़ लोग राम-नाम से जुड़े हैं, नशे छोड़ चुके है, बुराइयां छोड़ चुके हैं, भक्ति से जुड़ गए हैं। आज फिर वही बात फिर से दोहराते हुए हम फिर कहते हैं कि बेपरवाह जी ने ये ही फरमाया था हम थे, हम हैं, हम ही रहेंगे आज भी ज्यों का त्यों बरकरार है।
उनकी कही हुई बात अपने मुरीदों को साढ़े 6 करोड़ लोग जो सच्चे सौदे के अनुयायी है भक्त है यानी जिन्होंने नशे छोड़े हैं, बुराईयां छोड़ी है तो आज का दिन विशेष हो जाता है कि आज के दिन में दाता रहबर ने सरेआम जाहिर किया कि हम शाह सतनाम जिसे दुनिया ढुंढती है आप सबके सामने उनको बिठा रहे हैं। मुर्शिदे-कामिल दाता का जो रहमोकर्म है हम सबपे बेइंतहा है। वो गांवों-गांवों में शहरों में कस्बो में जा जाके नशा छुड़ाया। बुराइयां छुड़ाई और नर्क जैसे घरों को स्वर्गमय बना दिया तो उस दाता को अरबो-खरबो बार सजदा है।
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