बरवाला: साध संगत ने नाच गाकर किया अपनी खुशी का इजहार
- बरवाला की साध संगत पूज्य गुरु जी से ऑनलाइन रूबरू होकर दर्शनों से हुई निहाल
- सेवादारों ने डेप्थ कैंपेन और राम – राम बापू का बनाया सुंदर डिजाइन
उकलाना/बरवाला (सच कहूँ, कुलदीप स्वतंत्र)। डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज के पावन अवतार माह की खुशी में पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा आॅनलाइन गुरूकुल के माध्यम से राज महल पैलेस बरवाला में फरमाए गए पावन भंडारे रूपी रूहानी सत्संग में भारी तादाद में साध-संगत पहुंची। युवाओं ने पूज्य गुरू जी से गुरूमंत्र लेकर सामाजिक बुराईयां, नशा आदि छोड़कर बुराईयों से तौबा की। आॅनलाइन गुरूकल के माध्यम से पूज्य गुरू जी ने विभिन्न राज्यों में बैठी साध संगत को अपने पावन दर्शनों से निहाल किया। इसी दौरान जब बरवाला की बारी आई तो पंडाल में मौजूद साध-संगत ने जोर से धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा नारा लगाकर अपनी खुशी का इजहार किया। वीडियो कैमरा मैनोें ने हजारों की संख्या में पहुंची साध-संगत को जब अपने कैमरों द्वारा पूज्य गुरू जी से ऑनलाइन रू-ब-रू करवाया तो पूज्य गुरू जी ने फरमाया की सेवादारों ने रंगोली के माध्यम से राम राम बापू और डेप्थ का डिजाइन बनाकर एक संदेश देने का प्रयास किया है।
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पूज्य गुरु जी ने विशेषकर रंगोली की प्रशंसा करते हुए अपने पवित्र मुखारविंद से वचन फरमाए कि बड़े अच्छे लग रहे हैं हमारे बेटे बेटियां। बहुत ही सुंदर लग रहे हो ।बहुत ही सुंदर आप ने रंगोली बनाई है। डेप्थ कैंपेन को आपने बहुत ही अच्छा दशार्या है । ये क्रॉस , नशा है , शराब है , सिगरेट है। आपने जो मैसेज सब रंगोली के द्वारा दर्शाई हैं पानी को बचाओ , बेटी को बचाओ , बड़ा अच्छा लग रहा है , सुंदर कलाकारी की है । शाबाश वेल्डन ! सजा भी दी और मैसेज भी दिया। शाबाश टू इन वन। जिसने इसको बनाया उसको भी आशीर्वाद। जिन बच्चों ने इसे बनाया उनको भी आशीर्वाद!
युवाओं ने नशा छोड़ने के लिए पूज्य गुरू से लिया आशीर्वाद
जिम्मेवार बहन जब पूज्य गुरु जी से रूबरू हुई तो उन्होंने बताया की पूज्य गुरु जी इस छोटी सी गुड़िया को भी चिट्टे की लत लग गई है। यह चिट्टे का नशा करने लग गई है। पूज्य गुरु जी ने अपने पवित्र मुखारविंद से उस बहन को आशीर्वाद देते हुए कहा कि अब तो इसने नाम ले लिया है जरूर इनका नशा छूट जाएगा। पूज्य गुरू जी ने साध-संगत द्वारा हाथों में लिए गुब्बारों का भी विशेष जिक्र किया कि कहीं सफेद, कहीं गुलाबी, पूज्य गुरू जी द्वारा अपने पवित्र मुखारबिन्द से साध-संगत को अनमोल वचन फरमाने पर साध-संगत मस्ती में झूम उठी। सत्संग की समाप्ति पर कुछ ही मिनटों में साध-संगत को लंगर भोजन और हलवे का प्रसाद दिया गया । इस अवसर पर 45 मेंबर जिम्मेदार भाई व बहने, आईटी विंग के जिम्मेदार भाई व सेवादार , ब्लाक भंगीदास , गांव शहरों के भंगी दास , 15 मेंबर , 25 मेंबर वह हजारों की संख्या में साथ संगत मौजूद थी।
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