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जर्जर होने के चलते उठाया कदम
पानीपत (सन्नी कथूरिया)। पानीपत के थर्मल पावर प्लांट के चार यूनिट में से एक को मंगलवार गिरा दिया गया। बता दें कि ये यूनिट जर्जर हो चुकी थी। तकनीकी टीम ने टावर को विस्फोटक सामग्री की मदद से ध्वस्त किया। बता दें कि थर्मल पावर प्लांट के टावर का निर्माण वर्ष 1974 से 1980 के बीच हुआ था। 3 साल पहले एक से चार नंबर कॉलिंग प्लांट को कंडम घोषित कर दिया गया था। कूलिंग टावर की ऊंचाई करीब 105 मीटर है। लगातार बिजली उत्पादन बंद होने के चलते चारों टावरों को हटाने के लिए एचआर कंपनी को ठेका दिया गया था।
जब टावर को गिराया तो तेज धमाके साथ जमीन से धूल का एक गुब्बार उठता हुआ दिखाई दिया। वहीं आसपास की फैक्ट्रियों को भी हाफ टाइम के बाद खाली करा दिया गया। इस दौरान मौके पर तैनात पीसीआर के 100 जवान तैनात किए गए और आग पर काबू पाने के लिए तीन दमकल गाड़ियां तैनात थी।