एक मिनट में बिना हाथ टच किए पूनम पेंसिया इन्सां ने 34 बार पद्मासन कर इंडिया बुक के बाद अब एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में लिखवाया नाम
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दक्ष प्रजापति एजुकेशन ट्रस्ट ने पूनम को किया सम्मानित
सच कहूँ/सुनील वर्मा,सरसा। जिले के गांव मैहणाखेड़ा की पूनम पेंसिया इन्सां ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के बाद अब एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम लिखवाया है। रानियां रोड स्थित कुम्हार धर्मशाला में दक्ष प्रजापति एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा प्रधान प्रो. रामचन्द्र लिंबा की अध्यक्षता में पूनम पेंसिया इन्सां के सम्मान व एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स का अनावरण समारोह आयोजित किया गया। जिसमें ट्रस्ट सदस्यों ने पूनम इन्सां को सर्टिफिकेट व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। वर्णनीय है कि पूनम इन्सां ने एक मिनट में बिना हाथ टच किए 34 बार पद्मासन कर पहले इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और अब एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम अंकित किया है। पूनम की दोहरी उपलब्धि पर उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। पूनम वर्तमान में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई कर रही है।
ट्रस्ट ने की फाइनेंशियल मद्द
पूनम पेंसिया इन्सां एक मध्यम वर्गीय परिवार से तालुक रखती है और वे दो बहन-भाई है। भाई गौरव इन्सां बड़ा है। उनके पिता हरद्वारी लाल इन्सां खेती बाड़ी का कार्य करते हैं। जबकि माता माया देवी गृहणी है। परिवार की माली हालत के चलते पूनम एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करवाने हेतु आवश्यक राशि का प्रबंध ना होने के कारण हताश और उदास हो गई थी। लेकिन जब दक्ष प्रजापति एजुकेशन ट्रस्ट सरसा के प्रधान प्रो. आरसी लिंबा को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने 11000 रूपये की राशि ट्रस्ट की। प्रो. लिंबा ने पूनम व उनके परिवार को आश्वासन दिया कि वह गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के लिए तैयारी करें और इस पर आने वाला सारा खर्च भी ट्रस्ट वहन करेगा।
‘‘पूनम पेंसिया इन्सां ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणाओं व उनकी शिक्षाओं को दिया है। साथ ही उन्होंने दक्ष प्रजापति एजुकेशन ट्रस्ट का आर्थिक रूप से सहयोग करने और सम्मानित कर हौंसला बढ़ाने के लिए धन्यवाद किया।
पूनम इन्सां
‘‘पूनम पेंसिया के चाचा संदीप पेंसिया इन्सां ने कहा कि उनका परिवार डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ है और डेरा सच्चा सौदा व पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के नाम 80 से अधिक इंडिया बुक, एशिया बुक व गिनिज बुक के रिकॉर्ड दर्ज है। पूज्य गुरु जी से मोटिवेट होकर पूनम इन्सां ने रिकॉर्ड बनाने की ठानी। इसके पश्चात पूनम इन्सां ने मेडिटेशन, प्राणायाम व घर पर आकर पद्मासन का अभ्यास किया। इसके पश्चात इंडिया बुक और अब एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाया है।
संदीप पेंसिया, चाचा (फोटो नाम से है जी)
‘‘पूनम की प्रतिभा और परिवार की फाइनेंशियल स्थिति को देखते हुए ट्रस्ट ने रिकॉर्ड की निर्धारित फीस भरकर रिकॉर्ड बनाने में इसका सहयोग किया है। आगे भी विश्चास दिलाते है कि भविष्य में पूनम गिनिज बुक या लिमका बुक में रिकॉर्ड बनाएगी तो उसकी सारी फीस ट्रस्ट वहन करेगा।
प्रो. रामचन्द्र लिंबा, प्रधान दक्ष एजुकेशन ट्रस्ट सरसा।
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