बाडमेर। राजस्थान के बाडमेर जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय राजेगार गारंटी योजना .मनरेगा. के तहत छह लाख पन्द्रह हजार जाॅब कार्ड पर एक लाख 52 हजार श्रमिकों को रोजगार मिल रहा है। सूत्रों के अनुसार मनरेगा के तहत अब इन श्रमिकों को दो सौ दो रुपए प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी का भुगतान किया जाएगा। ऐसे में इस कोरोना संकट में मनरेगा योजना ग्रामीण क्षेत्र के उन गरीब लोगों के लिए वरदान बनी हुई है, जो काम नहीं मिलने से घर पर बैठे थे। पंचायतीराज विभाग ने ऐसे प्रवासी मजदूरों से भी अपील की है कि जिन्हें रोजगार नहीं मिल रहा है, वे ग्राम पंचायत स्तर पर जाकर रोजगार के लिए आवेदन करें, उन्हें मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा।
बाड़मेर जिले में वर्तमान में 17 पंचायत समिति क्षेत्रों के 489 ग्राम पंचायतों में 23414 काम चल रहे है। नवीन ग्राम पंचायतों में मेपिंग नहीं होने से काम उपलब्ध नहीं करवाया गया है, लेकिन नवीन ग्राम पंचायतों को के रेवन्यू ग्राम वार उन्हें पूर्व की ग्राम पंचायत के हिसाब से रोजगार दिया जा रहा है। फिलहाल पूर्व की ग्राम पंचायत अनुसार ही नरेगा, आवास योजना, व्यक्तिगत टांका निर्माण, नाड़ी खुदाई, ग्रेवल सड़क सहित अन्य सार्वजनिक काम हो रहे है। ऐसे में उन्हें रोजगार भी पूर्व पंचायत ही देगी। जिला परिषद बाड़मेर द्वारा 45 प्रवासी परिवारों को उनकी मांग पर रोजगार उपलब्ध कराया गया हैं ,अब तक 1350 प्रवासी परिवारों ने रोजगार के लिए पंजीयन कराया ,इसके विपरीत 1280 परिवारों को जॉबकार्ड उपलब्ध कराये गए हैं।
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