चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। किलोमीटर स्कीम मामले में प्रदेश सरकार ने कमेटी में शामिल रहे ट्रांसपोर्ट विभाग के एडिशनल सेक्रेटरी व एचसीएस अधिकारी सम्वर्तक सिंह के खिलाफ, ट्रांसपोर्ट विभाग के चीफ अकाउंट आॅफिसर मुकेश गांधी, परिवहन विभाग के ही फ्लाइंग स्कवॉयड आॅफिसर (टेक्निकल-।।) अश्विनी कुमार डोगरा, फ्लाइंग स्कवॉयड आफिसर (ट्रैफिक) भंवरजीत सिंह को चार्जशीट कर दिया गया है। हाउसिंग बोर्ड के एक्सईएन विजय त्रिखा पर भी गाज गिरी है, उन्हें भी चार्जशीट किया गया है। इसमें एक कंप्यूटर आॅपरेटर भी शामिल है। हरियाणा परिवहन विभाग की किलोमीटर योजना (किमी) में हुए घोटाले के तार जिन 3 मंत्रालयों से जुड़े हैं, उनमें से 2 मंत्रालयों का जिम्मा कैबिनेट मंत्री कृष्णलाल पंवार के पास ही है। पंवार न केवल राज्य के परिवहन मंत्री हैं, बल्कि हाउसिंग बोर्ड भी उन्हीं के अधीन काम करता है।
आरोप है कि बोलीदाताओं ने मिलीभगत के अलावा कंप्यूटरों के जरिये इस पूरे घोटाले को अंजाम दिया। हाउसिंग बोर्ड के एक अधिकारी पर केवल इसलिए कार्रवाई की सिफारिश की गई है, क्योंकि उनके कार्यालय का कंप्यूटर आॅनलाइन टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने के लिए इस्तेमाल किया गया।
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3 जिलों के 10 बस आपरेटरों पर केस
करनाल। हरियाणा रोडवेज की किलोमीटर स्कीम घोटाले की जांच कर रहे स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने पानीपत और करनाल समेत 3 जिलों के 10 बस आॅपरेटरों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। मामले में परिवहन मंत्री के करीबी कहे जाने वाले पानीपत के पाल ट्रैवल्स समेत 10 आपरेटरों के नाम हैं।
‘किलोमीटर योजना में घोटाले का पता लगते ही सीएम ने विजिलेंस जांच के आदेश दिए। अब रिपोर्ट के आधार पर पुलिस केस दर्ज किया है। अब विभागीय कार्रवाई चल रही है।
-कृष्णलाल पंवार, परिवहन मंत्री
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