चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज) हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि बे-मौसमी बारिश, जलभराव से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए विशेष फसल निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं और रिपोर्ट मिलने के बाद मुआवजा देने बारे में निर्णय लिया जाएगा। चौटाला ने मंगलवार को विधानसभा सत्र के दौरान एक सवाल के जवाब में बताया कि बेमौसमी बारिश के कारण प्रदेश के 11 जिलों में बाजरा, कपास, मूंग,धान और गन्ने की फसल को नुकसान होने की शिकायतें मिली थी जिस पर राज्य सरकार ने 4 मंडल आयुक्तों को इस बारे में रिपोर्ट तैयार करके भेजने के निर्देश दिए थे, इसमें 2 मंडल आयुक्तों की रिपोर्ट मिल गई है तथा बाकी रिपोर्ट भी जल्द मिल जाएगी।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में सिरसा जिला में गुलाबी सुंडी नामक कीट के हमले तथा बेमौसमी बारिश एवं जलभराव से कुल 76,782 एकड़ क्षेत्र में फसलें प्रभावित हुई हैं। बाजरा, कपास, मूंग, धान और गन्ने की खड़ी फसलों को हुए नुक्सान का आंकलन करने के लिए 30 सितंबर तथा 19 अक्तूबर 2021 को विशेष गिरदावरी के आदेश जारी किए गए थे। हिसार मंडल से इस बारे में रिपोर्ट अपेक्षित है, रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद मुआवजा देने का निर्णय लिया जाएगा। एक अन्य सवाल के जवाब में परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि रोडवेज विभाग में जब भी चालकों व परिचालकों की सेवाओं की आवश्यकता होगी, तो रोडवेज हड़ताल के दौरान सेवाएं देने वाले चालकों व परिचालकों को आउटसोर्सिंग नीति भाग-1 के तहत लगानें में उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
इस संबंध में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी 19 अगस्त 2019 को अनुमोदन किया था कि रोडवेज हड़ताल के दौरान सेवाएं देने वाले चालकों व परिचालकों को जरूरत पडऩे पर रोडवेज विभाग में आउटसोर्सिंग नीति भाग-1 के तहत भविष्य में प्राथमिकता दी जाए।
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