28 मई को नई संसद भवन के पास होने वाली महिला महापंचायत का दिया न्यौता
फतेहाबाद (सच कहूँ/विनोद शर्मा)। सरकार की तरफ से अभी तक खिलाड़ियों को कोई रिस्पांस नहीं मिला, इसलिए खाप पंचायतों के फैसले अनुसार 28 मई को नई संसद भवन के पास एक बड़ी महिला महा पंचायत का आयोजन किया जाएगा। जिसमें देशभर से महिलाएं, बेटियां पहुंचेंगी। यह बात ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने फतेहाबाद में आयोजित किसान कन्वेंशन में शिरकत करते हुए कही।
यह भी पढ़ें:– सीएम मनोहर लाल ने घुमाया फतेहाबाद के अभिनव सिवाच को फोन
पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति द्वारा फतेहाबाद अनाज मंडी शेड के नीचे शहीद करतार सिंह सराभा जन्म दिवस के उपलक्ष्य में यह कन्वेंशन आयोजित की गई, जिसमें न केवल किसानों बल्कि जंतर-मंतर पर धरनारत पहलवानों के मुद्दों को भी उठाया गया। हजारों की संख्या में लोगों ने इसमें शिरकत की। इस अवसर पर सभी को 28 मई को दिल्ली आने का आहवान किया। इस अवसर पर सभा अध्यक्ष मनदीप सिंह नथवान ने अपनी टीम के साथ साक्षी मलिक का फतेहाबाद पहुंचने पर स्वागत किया।
साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने इस अवसर पर कहा कि यह बेटियों की लड़ाई है और देश की बेटियों की सुनवाई सरकार नहीं कर रही। महीने से ऊपर समय हो गया, लेकिन आरोपी को बचाने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि पोक्सो एक्ट में अब तक गिरफ्तारी हो जानी चाहिए थी। भाजपा सांसद बेहद पॉवरफुल आदमी हैं। उन्होंने कहा कि बीते दिनों इंडिया गेट पर हुए कैंडल मार्च में उन्हें पूरे देश का स्पोर्ट मिला है।
लोगों के सहयोग से अभी तक धरना शांतिपूर्वक रहा है और शांतिपूर्वक ही चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) नारको टेस्ट के लिए कह रहे हैं, इसलिए सरकार उनका नारको टेस्ट करवाएं और धरनारत पहलवानों का भी करवाना चाहे तो करवाएं, फिर जो गलत मिले, उसे सजादी जाए। उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद की मानसिकता खराब हो चुकी है, पहले उन्होंने मेडल को 15-15 रुपये का बता दिया और अब पहलवान बेटी को मंथरा बता रहे हैं। जिसने देश के लिए मेडल जीते, उसके लिए गलत बोलना ठीक नहीं है। उन्हें तो रावण भी नहीं कह सकते।