बच्चे अपने बड़ों से सुन रहे है कहानियां
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कई बच्चे घर में बनाना सीख रहे है नई-नई डीश
पानीपत (सच कहूँ/सन्नी कथूूरिया)। बढ़ते लॉकडाउन ने पिछले साल की तरह एक बार फिर बड़े बुजुर्गों को उनके बचपन की याद दिलवा दी। जैसा कि आपको पता ही है कि सरकार ने एक बार फिर लॉकडाउन की अवधि 1 सप्ताह के लिए बढ़ा दी गई है और सभी को घरों में रहने के लिए कहा गया है।
घरों में रह रहे पिता और दादा अपने बच्चों को अपने बचपन की कहानियां व खेल के बारे बताकर यादें ताजा कर रहे हैं। कुछ लोग घर पर रहकर नई नई डिश सीख रहे हैं और बनाकर अपने परिवार वालों को खिला रहे हैं। सूरज ढलते ही बच्चे अपने पिता के साथ छत पर चड़ जाते हैं और पतंग उड़ा कर मौज मस्ती करते हैं। शाम के समय आसमान में पतंग की पतंगे का नजारा अलग दिखाई देता है
कोरोना ने दिया माता-पिता को बच्चों के समय
देखा जाए तो लॉकडाउन परिवार वालों को एक साथ बैठा दिया है पहले बच्चों के माता-पिता के पास समय नहीं होता था दिन भर काम धंधा और रात को आराम में समय बीत जाता था। परिवार वाले एक साथ बैठकर खाना खा रहे हैं रात के समय माता-पिता अपने बच्चों को कहानियां सुना रहे हैं।
सीख रहे हैं नई-नई डिश
लॉकडाउन में घर में रहकर बच्चे नए-नए डिसे बनाना सीख रहे हैं स्वीट कॉर्न समोसा, कचोरी, इडली, मंचूरियन, सैंडविच, ढोकला, पिज्जा इत्यादि बनाकर समय व्यतीत कर रहे हैं।
सावधानियां
माता पिता अपने बच्चों को बता रहे हैं कि घर से बाहर नहीं निकलना घर रहकर ही इस महामारी से लड़ना है। अगर बाहर जाओ तो अच्छी तरह हाथ धोकर अंदर आओ मास्क लगाकर जाओ दोस्तों से दूरी बनाकर रखो, हाथ मत मिलाओ, गले मत लगो।
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