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पीआईबी व वित्त सचिव ने योजना पर लगाई अंतिम मुहर
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6 हजार करोड़ की लागत आएगी योजना पर, मार्च तक होगा काम शुरू
गुरुग्राम। (सच कहूँ न्यूज) ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो योजना को जल्द ही केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद धरातल पर काम शुरू होगा और गुरुग्राम के लाखों लोगों को मेट्रो का तोहफा मिल सकेगा। यह जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने बताया कि ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो प्रोजेक्ट को अधिकारी स्तर पर पीआईबी व वित्तर सचिव की ओर से अंतिम मुहर लग गई है। जल्द ही इस योजना को मंजूरी के लिए कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 6 हजार करोड़ की लागत से तैयार इस योजना पर मार्च तक काम शुरू कर दिया जाएगा। श्री राव ने कहा कि गुरुग्राम के हुड्डा सिटी सेंटर से एनएच-48 स्थित साइबर पार्क तक करीब 28.5 किलोमीटर मेट्रो लाइन को इस योजना के तहत बिछाया जाएगा। मेट्रो के अधिकारियों के अनुसार गुरुग्राम में मेट्रो की राइडरशिप 40 हजार प्रतिदिन से बढ़कर करीब सवा लाख प्रतिदिन हो जाएगी।
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केंद्रीय मंत्री ने बताया कि हुड्डा सिटी सेंटर से एनएच-48 साइबर पार्क तक करीब दो दर्जन स्टेशन बनाए जाएंगे। इस योजना में खास बात यह रहेगी कि बसई के पास बनाए जा रहे मेट्रो डिपो के साथ ही द्वारका एक्सप्रेसवे को भी जोड़ा जाएगा जिसमें सेक्टर 101 के पास भी एक स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है। 28.5 किलोमीटर लंबे हुड्डा सिटी सेंटर से साइबर पार्क तक के मेट्रो रूट पर सेक्टर-45, सुभाष चौक, हीरो-होंडा चौक, सेक्टर-37, सेक्टर-10, बसई, सेक्टर-4, रेजांगला चौक, पालम विहार, सेक्टर-23 आदि स्टेशनों सहित करीब 2 दर्जन स्टेशनों का निमाज्ण किया जाएगा।
बसई के नजदीक बनने वाले मेट्रो डिपो के पास ही सेक्टर-101 के आसपास एक स्टेशन तैयार कर द्वारका एक्सप्रेसवे को भी इस मेट्रो रूट से जुड़ जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो रूट को लेकर पिछले वर्षों से केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी के लगातार संपर्क में रहे। डीपीआर की मंजूरी से लेकर अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए उन्होंने लगातार हरियाणा के अधिकारियों व शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारियों के बीच समन्वय कर योजना में लगी आपत्तियों को दूर करवाने में सेतु की भूमिका निभाई। राव ने कहा कि पिछले वर्ष केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी व हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ हुई बैठक में भी हरियाणा के अधिकारियों व शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारियों की बैठक कर लगी आपत्तियों को काफी हद तक दूर करवाया गया था। मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी इस विषय पर लगातार उनके संपर्क में थे।
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