हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व दिल्ली एनसीआर के लिए फीका रहा मॉनसून
- पंजाब के फाजिल्का व हरियाणा के हिसार में हुई सबसे कम बरसात | Weather Update
हिसार (सच कहूँ/संदीप सिंहमार)। इस बार दक्षिण-पश्चिम मॉनसून पर अल-नीनो का असर सीधे तौर पर दिखाई दिया। अलनीनो के प्रभाव की वजह से देश भर में कहीं भारी बारिश देखने को मिली तो कहीं सूखे जैसे हालात बन गए। जिससे उत्तर भारत का हिसार जिला सबसे अधिक प्रभावित रहा। यहां सामान्य से 54 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई। अलनीनो प्रशांत महासागर में उत्पन्न होने वाली एक जलवायु प्रक्रिया है। जब भी इसका प्रभाव होता है तो भारत में मानसूनी बारिश का संतुलन हमेशा बिगड़ा ही है। इस बार भी वैसा ही हुआ। हालांकि प्रारंभिक तौर पर मौसम वैज्ञानिकों ने विशेष कर भारत मौसम विभाग व चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान मौसम विभाग ने पूरे देश के साथ-साथ उत्तर भारत में भी सामान्य बारिश के आसार जताई थी। Weather Update
उम्मीद पर खरा नहीं उतरा मॉनसून, किसान चिंतित
उम्मीद के अनुसार बारिश के परिणाम नजर नहीं आए। आखिर 30 अक्टूबर को मानसून की भारत मौसम विभाग की तरफ से विधिवत रूप से विदाई की घोषणा भी की जा चुकी है। यदि वर्तमान मौसम की बात करें तो भारत मौसम विभाग के अनुसार 8 अक्टूबर तक पूरे उत्तर भारत में कहीं भी बारिश के असर नहीं है। इस दौरान जहां अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी वही रात के तापमान में गिरावट भी देखने को मिलेगी।
पिछले 24 घंटे के दौरान हरियाणा का पानीपत जिला सबसे अधिक गर्म रहा। यहाँ दिन का अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रहा तो सबसे ठंडा हिसार जिले का बालसमंद रहा यहाँ रात्रि का तापमान 17 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। उम्मीद के अनुसार बारिश न होने से बारिश पर आधारित खेती करने वाले किसानों की चिंता लगातार बढ़ती जा रही है।
इस रास्ते से लौटा मानसून, अंडेमान में हो रही तेज़ बारिश | Weather Update
भारत मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए नए मौसम बुलेटिन के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा गुलमर्ग, धर्मशाला, पंतनगर,सवाई, इटावा, मुरैना, जोधपुर व बाड़मेर से होते हुए गुजरात की तरफ चली गई है। यही एक सबसे बड़ी वजह है की हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व दिल्ली एनसीआर में बारिश की कोई संभावना नहीं है।
इसके अलावा जम्मू, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुज्जफराबाद, हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश दक्षिण पश्चिम मॉनसून की वापसी के लिए परिस्थितियों अनुकूल बनी हुई है। दूसरी तरफ वापस लौटता मानसून बंगाल की खाड़ी विशेष कर अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह को भारी बारिश के साथ जमकर भिगो रहा है। इसके अलावा समुद्री तटीय इलाकों में स्थित कोलकाता सहित पश्चिम बंगाल के विभिन्न क्षेत्रों में भी तेज बारिश चल रही है।
हरियाणा में 419.7 एमएम हुई बरसात
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मदन खीचड़ ने बताया कि हरियाणा राज्य में दक्षिण-पश्चिमी मानसून की 30 सितंबर को वापिसी हो गई है। इस वर्ष मानसून 26 जून को राज्य में प्रवेश किया था। भारत मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों अनुसार कुल 419.7 मिलीमीटर बारिश हुई जो सामान्य 426.0 मिलीमीटर से 1 प्रतिशत कम दर्ज हुई है। हरियाणा राज्य में 8 अक्तूबर तक मौसम खुश्क रहने की संभावना है। क्योंकि राज्य के ऊपर एक एंटी-साईक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से हवाओं में बदलाव अर्थात पश्चिमी व उत्तरपश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है। उत्तर पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना को देखते हुए दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी परंतु रात्रि तापमान में हल्की गिरावट आने की संभावना है। Weather Update
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