हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद् ने 22 जिलों के 14386 स्कूलों को जारी की 41 करोड़ 51 लाख की राशि
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जारी राशि का 15 प्रतिशत शिक्षण सामग्री और 60 प्रतिशत विद्यालयों के अन्य कार्यो पर होगा खर्च
सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। राजकीय विद्यालयों के मुखियाओं को अब स्कूलों के संचालन के दौरान छोटे-मोटे खर्चों को लेकर आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद् द्वारा समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत राज्य के समस्त जिलों में वार्षिक बजट की शेष 75 प्रतिशत राशि जारी कर दी है। जिससे स्कूल मुखियाओं को स्कूल में छोटे-मोटे मरम्मत कार्य और विद्यालय के बिजली, पानी व इंटरनेट आदि के बिल भरने में आर्थिक संकट से नहीं जूझना पड़ेगा।
विभाग द्वारा जारी की गई राशि को अलग-अलग दो वर्गो में खर्च किया जाएगा। जिनमें एक शिक्षण सहायक सामग्री को खरीदने पर बजट का 15 प्रतिशत व दूसरा स्कूल के अन्य कार्योें पर 60 प्रतिशत राशि खर्च की जाएगी। परिषद द्वारा राज्य के 14386 प्राथमिक, मिडल, हाई व वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के लिए 4151. 2025 लाख की राशि जारी की गई है। वहीं सरसा के 844 स्कूलों के लिए 2 करोड़ा 66 लाख की राशि भेजी गई है। बता दें कि बजट की 25 प्रतिशत राशि पहले जारी हो चुकी है, जिसे स्कूलों में कोरोना महामारी के बचाव के लिए खर्च किया गया।
इस प्रकार खर्च होगी राशि
छात्र संख्या स्कूल की कुल ग्रांट कोविड के लिए जारी 25 प्रतिशत राशि 75 प्रतिशत जारी की गई राशि
1 से 30 10000 2500 7500
31 से 100 25000 6250 18750
101 से 250 50000 12500 37500
251 से 1000 75000 18750 56250
1000 से अधिक 100000 25000 75000
नोट: कोविड की 25 प्रतिशत ग्रांट पहले जारी हो चुकी है और बाकि राशि अब जारी हुई है।
जारी की गई 75 प्रतिशत राशि इन कार्यो पर होगी खर्च
छात्र संख्या शिक्षण सहायक सामग्री (15 प्रतिशत) अन्य कार्यों में उपयोग (60 प्रतिशत) कुल ग्रांट (75 प्रतिशत)
1 से 30 1500 6000 7500
31 से 100 3750 15000 18750
101 से 250 7500 30000 37500
251 से 1000 11250 45000 56250
1000 से अधिक 15000 60000 75000
15 प्रतिशत राशि शिक्षण सामग्री पर होगी खर्च
हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा जारी 75 प्रतिशत राशि में से 15 प्रतिशत राशि शिक्षण सहायक सामग्री पर खर्च की जाएगी। जिनमें विषयों के शिक्षण हेतु शिक्षण सहायक सामग्री (टीएलएम) की खरीद पर कुल ग्रांट का 15 प्रतिशत भाग खर्च किया जाएगा। स्कूल आवश्यकतानुसार टीएलएम की खरीद करेंगे।
60 प्रतिशत राशि से यह होंगे अन्य कार्य
स्कूल ग्रांट का 60 प्रतिशत भाग स्कूल के अन्य कार्यो के लिए खर्च होगा। जिनमें गैर क्रियाशील उपकरणों की मरम्मत या प्रतिस्थापना पर खर्च होगी। इसके अलावा स्कूल की उपभोज्य वस्तुओं की खरीद, पानी, बिजली, इंटरनेट के बिलों के भुगतान के लिए, स्कूल प्रांगण, भवन, छत एवं चारदीवारी का रख-रखाव एवं मरम्मत करवाई जाएगी। इसके अलावा शौचालयों की मरम्मत, स्कूल की अन्य सुविधाओं को ठीक रखने, स्कूल प्रांगण में पौधारोपण, स्कूल में मुख्य वार्षिक दिवसों का सांस्कृतिक कार्यक्रमों व वार्षिक खेलों का आयोजन व एसएमसी की बैठकों के लिए खर्च की जाएगी।
‘‘हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा स्कूलों के लिए शेष 75 प्रतिशत ग्रांट जारी की गई है। उक्त ग्रांट का 15 प्रतिशत शिक्षण सामग्री व 60 प्रतिशत राशि स्कूल के विभिन्न कार्र्योें तथा स्कूली सुविधाओं को ठीक करने पर खर्च होगी। सरसा जिला के 844 स्कूलों के लिए 266.03 लाख की राशि जारी हुई है।
अमित देवगुण, सहायक जिला परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा अभियान सरसा।
‘‘विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए अब स्कूलों में विषयों के शिक्षण हेतु शिक्षण सहायक सामग्री (टीएलएम) की कमी आड़े नहीं आएगी। इन सामग्री की खरीद के लिए सरकार द्वारा बजट जारी कर दिया गया है। प्रदेशभर के 14386 प्राथमिक, मिडल, हाई व वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के लिए 4151. 2025 लाख की राशि जारी की गई है। जिनमें से 15 प्रतिशत राशि टीएलएम सामग्री खरीदने पर खर्च होगी।
बुटाराम, जिला परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा अभियान सरसा।
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