Tirtha Yatra: अब तीर्थयात्रियों का होगा बीमारियों से बचाव, केंद्र सरकार ने शुरू की ये स्कीम

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Tirtha Yatra : अब तीर्थयात्रियों का होगा बीमारियों से बचाव, केंद्र सरकार ने शुरू की ये स्कीम

अब तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य सुरक्षा की जिम्मेवारी केंद्र सरकार की बनाया केंद्रीकृत आईटी प्लेटफॉर्म

नई दिल्ली (एजेंसी)। Pilgrimage: तीर्थयात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए केंद्र और उत्तराखंड सरकार डिजिटल स्वास्थ्य मिशन-आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से जुड़े एक प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र पर काम कर रही है, जिससे हिमालय के पवित्र स्थलों पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को उच्च ऊंचाई और अत्यधिक ठंड से जुड़ी बीमारियों से सुरक्षा दी जाएगी। New Delhi

इसे तीर्थयात्री निगरानी प्रणाली कहा जाता है, यह यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ – जिन्हें कुल मिलाकर चारधाम कहा जाता है – के सभी तीर्थयात्रियों के लिए एक आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (एबीएचए) आईडी बनाएगा और स्वास्थ्य आपातकाल के मामले में उनके स्वास्थ्य रिकॉर्ड को डॉक्टरों के लिए डिजिटल रूप से सुलभ बना देगा। साथ ही डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र तीर्थयात्रियों में रुग्णता की पहचान करने में मदद करेगा ताकि डॉक्टर सक्रिय स्वास्थ्य उपाय कर सकें।

उत्तराखंड में इस वर्ष 10 मई से शुरू हुई चार धाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। यह भारत के सबसे बड़े तीर्थस्थलों में से एक है लेकिन मृत्यु दर अधिक है। इस साल अब तक यात्रा के दौरान करीब 29 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है।

इलाज में देरी | New Delhi

ज्यादा देखने में आता है कि अधिकतर यात्रा के दौरान गिरने पर तीर्थयात्री अपनी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में बात करने की स्थिति में नहीं होते हैं। इसके अतिरिक्त, अधिक ऊंचाई के कारण उपचार में देरी हो सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि कई लोग निम्न रक्तचाप, दिल का दौरा, ऊंचाई की बीमारी, आॅक्सीजन की कमी और ठंड के कारण बीमार पड़ते हैं।

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