नई दिल्ली। जरा सोचिए, यदि आपके घर, दफ्तर, दुकान, संस्थान आदि में बिजली ना हो तो क्या आप कोई काम कर पाएंगे, नहीं ना। और वही बिजली आपको कम दामों में मिलने लगे तो आप क्या कहेंगे। यह सच है कि किसी भी देश के विकास को रफ्तार बिजली ही प्रदान करती है। एक अनुमान के मुताबिक 1.30 अरब हिन्दुस्तानियों में से करीब 24 करोड़ लोग आज भी बिना बिजली जिंदगी बिता रहे हैं। लेकिन वर्तमान मोदी सरकार ने इसी साल यानि 2019 के आखिर तक हर घर को बिजली उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा है। इसके साथ ही सरकार ने एक ऐसा सिस्टम तैयार किया है जिसके तहत साल 2022 तक 100 गीगावॉट सौर उर्जा उपलब्ध हो सकेगी।
योजना पर काम तेजी से जारी है। जनरूफ टेक पहली ऐसी सौर उर्जा कंपनी बन गई है जो राष्टÑीय राजधानी दिल्ली में सबसे कम कीमत पर सौर उर्जा उपलब्ध करवा रही है। यदि आप भी चाहते हैं कि आपका बिजली खर्च कम हो तथा आप स्वंय द्वारा बनाई बिजली उपयोग करें तो आप बिल्कुल भी देरी न करें। जनरूफ जिन दरों पर सौलर सिस्टम उपलब्ध करवा रही है, वह 2019 में दिल्ली में किसी भी ग्राहक का सबसे कम अपफ्रंट सब्सिडी होगी।
इस स्टार्टअप को पिछले साल गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी युवा उद्यमी पुरस्कार से सम्मानित किया था। गौरतलब है कि जनरूफ सोलर रूफटॉप के साथ जुड़ना काफी आसान है। एक बार कंपनी में संपर्क करने के बाद आपकी छत को सोलर सिस्टम में तब्दील करने का सारा जिम्मा जनरूफ के विशेषज्ञों की टीम का होता हैं। कंपनी अपने ग्राहकों को पांच साल का मुफ्त मैंटीनैंस आॅफर करने का दावा कर रही है।
इसके अलावा जनरूफ का एक प्रभावशाली एप्लीकेशन भी मौजूद हैं, जिसकी मदद से ग्राहक घर बैठे अपनी सेविंग्स और सोलर रूफटॉप से जुड़ी तमाम महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कर सकते हैं। कंपनी 60 हजार रूपए प्रति किलोवॉट के उत्पादन के साथ 25 वर्षों तक बिना रुके बिजली का उत्पादन होते रहने का वादा किया है। सोलर सिस्टम लगवाने पर सरकार देती है सब्सिडी जनरूफ के डायरेक्टर प्राणेश चौधरी के मुताबिक, उपभोक्ताओं का सबसे बड़ा क्लीन टेक ब्रांड होने के नाते हम ऊर्जा या बिजली से संबंधित किसी भी समस्या का हल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमने सोलर रूफटॉप लगाने के लिए देशभर की अन उपयुक्त छतों का उपयोग करना शुरू किया हैं।
हम ग्राहकों की सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर संबंधी सारी समस्याओं का हल तलाशते व इसे और अधिक विश्वशनीय बनाने का प्रयास करते हैं। उन्होंने बताया कि सोलर सिस्टम लगवाने वाले ग्राहकों को सरकार की तरफ से भी सहयोग किया जाता है। सरकार कैशबैक सब्सिडी के रूप में ग्राहकों को मद्द कर रही हैं, फलस्वरूप सोलर सिस्टम से जुड़ने वालों की संख्या में भी इजाफा देखने को मिला है। लोगों को सोलर सिस्टम के प्रति जागरूक करने के मकसद से सरकार सोलर रूफटॉप पर आने वाली कुल लागत का 30 फीसद सब्सिडी के रूप में देती है। यह रकम तीन से छह महीने के भीतर सीधे उपभोक्ता के अकाउंट में आती हैं जिससे नए ग्राहकों के साथ धांधली होने की संभावना काफी कम हो जाती हैं।
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।