प्रदेश के गृह विभाग ने सभी जिला उपायुक्तों से मांगी विदेशों में पढ़ने वाले बच्चों की डिटेल (Haryana Government )
चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़/सच कहूँ)। प्रदेश की भाजपा-जजपा सरकार अपने होनहार विद्यार्थियों को लेकर काफी सजग है। कोरोना और लाकडाउन के चलते कोटा में फंसे 858 विद्यार्थियों को वापिस प्रदेश लाने के बाद अब सरकार विदेशों में फंसे विद्यार्थियों को वापिस लाने के प्रयासों में जुट गई है। (Haryana Government ) इस संबंध में हरियाणा के गृह सचिव ने इस संबंध में सभी जिला उपायुक्तों को पत्र भेजकर उनके जिलों में से विदेश में पढ़ रहे विद्यार्थियों की जानकारी मांगी है और ऐसे विद्यार्थियों का डॉटा तैयार करके तुरंत मुख्यालय भेजने को कहा है। वहीं जिला उपायुक्तों ने हैड आॅफिस से मिले इस आॅर्डर के बाद तुरंत इस पर कार्रवाई करते हुए संबंधित जिलों से जानकारी जुटानी शुरू कर दी है।
ज्ञात रहे कि प्रदेश में विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा लगातार विदेशों में फंसे बच्चों को वापिस लाने के लिए सरकार से अपील की जा रही थी। वहीं प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से मीडिया के माध्यम से अभिभावक विदेशों में फंसे अपने बच्चों को वापिस लाने के लिए मनोहर सरकार से गुहार लगा रहे थे।
- इसी बीच खबर आई थी कि पलवल के भी एक दर्जन से अधिक बच्चे विदेश में फंसे हुए हैं।
- स्थानीय नेताओं के माध्यम से लोगों ने सीएम तक यह मुद्दा पहुंचाया।
- इस पर संज्ञान लेते हुए प्रदेश सरकार ने आॅर्डर जारी कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
- माना जा रहा है कि इस सप्ताह के अंत तक सारी डिटेल केंद्र की मोदी सरकार को सौंप दी जाएगी
- विदेशों में फंसे सैंकड़ों हरियाणा वासी विद्यार्थियों की घर वापिसी का रास्ता साफ हो जाएगा।
विद्यार्थियों की जानकारी एकत्र कर मोदी सरकार के पास जाएगा मामला
चंडीगढ़ से जारी आदेशों के बाद सभी जिलों के उपायुक्तों द्वारा जनता से अपील की जा रही है कि जिस भी अभिभावक का बच्चा विदेश में इस वक्त फंसा हुआ है तो वो उसकी जानकारी जिला हैडक्वार्टर पर दे, ताकि उनके बच्चे को सुरक्षित वापिस लाया जा सके। जिलों से आने वाली सूचना के बाद प्रदेश सरकार इस मुद्दे को केन्द्र के सामने उठाएगी।
- केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ-साथ विदेश मंत्रालय से भी इस मुद्दे पर बातचीत की जाएगी।
- इससे पहले हरियाणा सरकार राजस्थान के कोटा में फंसे 858 विद्यार्थियों को वापस ला चुकी है।
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