चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। कड़ाके की ठंड में बफीर्ली हवाओं ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। रोजमर्रा के काम से घर से बाहर निकलने वाले लोगों की भीषण ठंड और शीतलहर से हाल-बेहाल है। सूर्यदेव के दर्शन कई दिन से हो नहीं रहे है। 4-5 दिनों से चल रही सर्द हवाओं की वजह से अचानक पारा गिरकर न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया। इन दिनों सर्दी के तेवर तीखे बने है।
हालांकि कुछ दिन पहले सर्दी थोड़ी कम थी लेकिन पिछले चार पांच दिन से क्षेत्र में सर्दी एका एक बढ़ गई है। अचानक बढ़ी सर्दी ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया है। सर्दी से बचाव को लेकर पूरा दिन लोग जगह-जगह अलाव तापते देखे गए। सबसे अधिक मुश्किलें सुबह सुबह इस ठंड में स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को हो रही है। अभिभावको का कहना है कि सरकार को तुरंत प्रभाव से छोटे बच्चों की छुट्टियां करनी चाहिए।
मौसम विभाग ने किया अलर्ट
मौसम विभाग ने कहा कि 27 दिसंबर से हरियाणा, पंजाब और उत्तरी राजस्थान में घने कोहरे की स्थिति बनने की संभावना है। वहीं पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान 3-7 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। गौरतलब है कि अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, उत्तरी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में शीतलहर से गंभीर शीत लहर की स्थिति बनने की संभावना है।
फसलों के लिए बेहद फायदेमंद मौसम – कृषि विशेषज्ञ
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार किसान अब अपनी गेहूं की फसल में हल्के पानी की सिंचाई करें। मौसम के पलटवार के साथ शुरू हुए सर्दी के असर के बीच कोहरा फसलों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ओस की बूंदें रबी की फसल को नवजीवन देने वाली साबित होती है। कोहरे ने किसानों के चेहरों पर खुशी ला दी है। जिले में मौसम का बदला मिजाज गेहूं, सरसों, मटर, गाजर, मूली आदि के लिए अमृत बन गया हैं।
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