41 डिग्री पर पहुंचा पारा, लोग घरों में दुबकने पर मजबूर
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। तेज धूप व गर्म हवाओं ने आमजन का जीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त कर दिया है। आलम ये है कि धूप की तपिश से बचने के लिए लोग अपने घरों में ही दुबकने पर मजबूर हैं और बहुत आवश्यक कार्य से ही घरों से निकल रहे हैं। रविवार को पारा 41 डिग्री पर पहुंचा जबकि इससे पूर्व बीते शनिवार को अप्रेल माह का अब तक का सबसे गर्म दिन महसूस किया गया। रविवार को चली लू के थपेड़ों से आम जनजीवन शाम तक अस्त-व्यस्त रहा। हालांकि मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आगामी 13 अप्रैल से पश्चिमी विक्षोभ के कारण कुछ राहत मिलने के आसार हैं। दिन में अधिकतर सड़कें भी सूनी रही। दिन का अधिकतम तापमान 41 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से अधिक दर्ज किया गया है। हीट वेव या लू की घटनाएं मानव और पशु जीवन को नुकसान पहुंचाती है।
चिकित्सकों के अनुसार हीट वेव आमतौर पर शरीर में पानी की कमी, थकावट होना, कमजोरी आना, चक्कर आना, सिरदर्द, मतली, उल्टी, मांसपेशियों में ऐंठन जैसी समस्याएं ले आती है। हीट वेव की वजह से मानसिक तनाव भी हो सकता है। लू लगने के लक्षणों में गर्मी से शरीर में अकड़न, सूजन बेहोशी और बुखार भी आ सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक आमजन को इस तपिश से बचने की आवश्यकता है। उधर बढ़ रहे तापमान के दौरान शहर में गन्ने के जूस, आइसक्रीम, शीतल पेय पदार्थों, दही, लस्सी आदि की बिक्री कहीं अधिक बढ़ गई है। लोगों की दिनचर्या में हुए परिवर्तन में देखा जा रहा है कि अधिकांश किसान वर्ग ही अपनी फसल की कटाई के लिए इन दिनों खेतों में नजर आ रहा है। व्यवसायिक तौर पर गर्मी के इस मौसम में अनाज मंडियों में कार्य की तीव्रता देखी जा रही है।
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