Sirsa, Jagdeep Sidhu: ‘जितना प्यार डेरा सच्चा सौदा में आकर मिला है, वह शायद ही पहले कभी मिला हो। अधिकतर लाइव शो दौरान लोग हुल्लड़बाजी करते हैं, लेकिन डेरा सच्चा सौदा में लाखों की तादाद में साध-संगत ने जिस प्रकार से शांत होकर कार्यक्रम का आनंद लिया, वो वास्तव में हैरानीजनक है। उपरोक्त शब्द डेरा सच्चा सौदा में म्यूजिकल नाइट में अपनी प्रस्तुति देने पहुंची सूफी गायक नूरां सिस्टर्स (ज्योति नूरां, सुल्ताना नूरां) ने ‘सच कहूँ’ से बातचीत दौरान कहे।
पूज्य गुरु जी के बारे में बहुत सुना था, लेकिन आज अपनी आंखों से देखकर मन को सुकून मिला है
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के बारे में जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पूज्य गुरु जी के बारे में बहुत सुना था, लेकिन आज अपनी आंखों से देखकर मन को सुकून मिला है। पूज्य गुरु जी से आशीर्वाद प्राप्त कर ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे जिंदगी में बहुत कुछ हासिल कर लिया हो।
एक सवाल के जवाब में नूरां सिस्टर्स ने कहा कि मौजूदा समय में गायकों को हथियारों, जट्टवाद, अश्लीलता इत्यादि को त्यागकर परिवार में बैठकर सुनने वाले गाने गाने चाहिए, ताकि आपका परिवार व समाज आपकी गायकी पर गर्व महसूस करे।
एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए नूरां सिस्टर्स ने बताया कि बहुत जल्द उनका ‘ड्रीम प्रॉजैक्ट’ भी आ रहा है। कैरियर की सबसे मीठी याद के संबंध में बात करते हुए उन्होंने बताया कि उनके द्वारा बॉलीवुड अदाकार शाहरुख खान की फिल्म में गाए गाने ‘जीवे सोहणया जी’ को वह अपने जीवन का सबसे खुशनुमा पल माकभी भी नहीं मिला डेरा सच्चा सौदा जितना प्यार: नूरां सिस्टर्सनती हैं।
गौरतलब है कि गायकी में अपने पिता गुलशन मीर को अपना आदर्श मानने वाली नूरां सिस्टर्स को अब तक तीन अवार्ड ‘गीमा अवार्ड्स’, ‘मिर्ची म्यूजिकल अवार्ड’, ‘स्क्रीन अवार्ड्स’ मिल चुके हैं। 1970 के दशक की मशहूर गायक स्वर्णा नूरां की पोतियां व एमटीवी के ‘साउंड ट्रिपन’ से प्रसिद्धि प्राप्त करने वाली नूरां सिस्टर्स अब तक पंजाबी व बॉलीवुड की कई फिल्मों के लिए सूफी गाने गा चुकी हैं व और भी गा रही हैं।
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