रातभर जागकर करते हैं बिजली का इंतजार
- किसान बोले: अघोषित कट कर रहे आंख-मिचोली
ओढां(सच कहूँ/राजू)। इस समय जहां रबी की फसल का कटान कार्य जोरों पर चल रहा है तो वहीं खरीफ की बिजाई भी रफ्तार पकडने लगी है। किसान चाहते हैं कि अगैती बिजाई की जाए ताकि फसल लू की चपेट में न आए। ऐसे में नहरों की बंदी किसानों को परेशान कर रही है तो वहीं रही-सही कसर बिजली के कट पूरी कर रहे हैं। किसानों में विद्युत विभाग के प्रति रोष देखा जा रहा है। उनका कहना है कि विद्युत मंंत्री के गृह जिले में जब ये व्यवस्था है तो अन्य जगह पर स्थिति क्या होगी। नुहियांवाली के किसान सुभाष सुमरा, मोहन लाल, ईश्वर, भागाराम सुथार, भीम सैन, आत्माराम, विनोद कुमार, रमेश कुमार, सतपाल व राजपाल ने बताया कि खरीफ की बिजाई का कार्य शुरू हो चुका है।
नहरों में पानी नहीं है। ऐसे में किसान पूरी तरह से ट्यूबवेलों पर आश्रित हैं। लेकिन बिजली के अघोषित कट कोढ में खाज का कार्य कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि एपी फीडर पर वैसे तो 8 घंटे आपूर्ति का शेड्यूल है। इसके अलावा सुबह 6 से 7 एक घंटा वाटर सप्लाई दी जाती है, लेकिन चरमराई व्यवस्था के चलते किसानों को मात्र 4 घंटे आपूर्ति दी जा रही है और उसमें भी अघोषित कट किसानोंं को परेशान कर रहे हैं। किसानों ने बताया कि पिछले 5 दिनों के अंतराल में 3 दिन तो आपूर्ति ही नहीं चली। जबकि 2 दिनों में प्रथम दिन 3 घंटे व दूसरे दिन 3 कटों में 3 घंटे आपूर्ति मिली।
किसान रातभर खेतों में डेरा डालने को विवश
किसानों ने बताया कि विद्युत आपूर्ति के चलते उन्हें रातभर खेतों में डेरा डालने को विवश होना पड़ रहा है। किसानों ने कहा कि वे जब बिजली घर में फोन करते हैं तो कर्मचारी फीडर खराब होने की बात कहकर इतिश्रि कर देते हैं। किसानों ने अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि व्यवस्था में सुधार लाया जाए अन्यथा उन्हें ओढां बिजली घर का घेराव करने को विवश होना पड़ेगा। कर्मचारियों के मुताबिक पीछे पावर प्लांट में यूनिट बंद होने के चलते परेशानी आ रही है।
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