नाथूसरी चोपटा पंचायत समिति चैयरमेन सूरजभान बुमरा की कुर्सी बची

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Nathusari Chopta News: नाथूसरी चोपटा पंचायत समिति चैयरमेन सूरजभान बुमरा की कुर्सी बची

बीडीपीओ कार्यालय में आयोजित बैठक में सूरजभान के पक्ष में 13 व विपक्ष में 9 सदस्य हुए शामिल

चोपटा (सच कहूँ/भगत सिंह)। Nathusari Chopta News: नाथूसरी चोपटा पंचायत समिति के चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। एक बार पुनः चैयरमेन सूरजभान की कुर्सी बच गई। नाथूसरी चोपटा बीडीपीओ कार्यालय में एडीसी लक्षित सरीन और बीडीपीओ सार्थक श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई पंचायत समिति सदस्यों की बैठक में कुल 30 सदस्यों में से 22 सदस्य बैठक में मौजूद रहे। जिनमें से 13 पंचायत समिति सदस्यों ने अध्यक्ष सूरजभान बुमरा के पक्ष में व 9 सदस्य विपक्ष में रहे। अविश्वास प्रस्ताव में जीत के बाद चैयरमेन सूरजभान बुमरा भावुक हो गए। इस दौरान सूरजभान बुमरा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने जब से विधानसभा चुनाव में भाजपा छोड़ इनैलो का दामन थामा तभी से उनके खिलाफ अध्यक्ष पद से हटाने का षड्यंत्र रचा जा रहा था। लेकिन पंचायत समिति सदस्यों समर्थन उनके साथ है और उनकी कुर्सी कायम है। Sirsa News

गौरतलब है कि नाथूसरी चोपटा पंचायत समिति के अध्यक्ष के खिलाफ 11 नवंबर को कई पंचायत समिति सदस्यों ने जिला उपायुक्त को अविश्वास प्रस्ताव का पत्र सौंपा था जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि नाथूसरी चोपटा पंचायत समिति के अध्यक्ष की कार्य शैली से संतुष्ट नहीं है क्योंकि वह नियमों के अनुसार उसकी सहमति के बिना कार्य कर रहा है, जो कि गलत है इस कारण हम उसके खिलाफ है विश्वास प्रस्ताव पारित करना चाहते हैं। उसके बाद जिला उपायुक्त ने 20 नवंबर को बीडीपीओ कार्यालय नाथूसरी चोपटा में पंचायत समिति सदस्यों की बैठक बुलाई।

बैठक के दौरान एडीसी लक्षित सरीन और बीडीपीओ सार्थक श्रीवास्तव मौजूद रहे। इस दौरान नाथूसरी चोपटा पंचायत समिति के 30 सदस्यों में से 22 सदस्य बैठक में पहुंचे जिसमें से 13 सदस्यों ने अध्यक्ष सूरजभान बुमरा के पक्ष में मत किया और 9 सदस्य विपक्ष में रहे । 8 सदस्य बैठक में नहीं पहुंचे। इस प्रकार अध्यक्ष सूरजभान बुमरा विरोध में विपक्ष द्वारा दिया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया और अध्यक्ष सूरजभान बुमरा की कुर्सी सुरक्षित रह गई। Sirsa News

गौरतलब है की सूरजभान बुमरा ने पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा छोड़कर इनेलो का दमन थाम लिया था। पहले सूरजभान बुमराह को मीनू बैनीवाल समर्थक माना जाता था। लेकिन विधानसभा चुनाव में इनेलो ज्वाइन करने के बाद अभय सिंह चौटाला का समर्थन माना जाता है।

कई दिनों से अध्यक्ष पद से हटाने की चल रही थी साजिश- सूरजभान बुमरा

बैठक में जीत के बाद बीडीपीओ कार्यालय से बाहर आकर अध्यक्ष सूरजभान ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में जब से इनेलो ज्वाइन की थी तभी से उन्हें पद से हटाने की साजिश रची जा रही थी। उन पर कई बार राजनीतिक दबाव डाला गया। और यहां तक कि उन्हें मारने की तक की धमकियां दी गई। लेकिन पंचायत समिति सदस्यों का समर्थन उनके साथ हमेशा रहा है। आज से 2 साल पहले उन्हें सर्वसम्मति से नाथूसरी चोपटा पंचायत समिति का अध्यक्ष चुना गया और आज फिर उनके समर्थन में पंचायत समिति सदस्यों ने समर्थन दिया है जिस कारण उनकी कुर्सी को कोई खतरा नहीं है। Sirsa News

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