जो टॉप करता है, वह बनता है अफसर; जो तीन बार फेल होता है- वह बनता है मंत्री: गडकरी

nitin gadkari

गडकरी ने फिर एक बार साफ किया- वे प्रधानमंत्री पद की रेस में नहीं

नागपुर। पिछले कुछ दिनों से बयान को लेकर सुर्खियों में रहे केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (nitin gadkari) ने रविवार को कहा- जो मेरिट में आता है, वह आईएएस और आईपीएस बनता है। जो सेकेंड क्लास पास होता है, वह चीफ इंजीनियर बनता है। लेकिन, जो तीन बार फेल होता है, वह मंत्री बनता है। राजनीति में आने के लिए कोई क्वालिटी की जरूरत नहीं होती है।

मैं जो बोलता हूं मुंह पर बोलता हूं

उन्होंने आगे कहा, ‘‘मुझे झूठ बोलना नहीं आता है। जो कहना है, वो मुंह पर कहता हूं। इससे कई बार मुझसे लोग नाराज भी हो जाते हैं। कुछ लोग झूठा रोते हैं और झूठा हंसते हैं। उनके मन में जिसके लिए प्यार नहीं होता है, उसके लिए अच्छा-अच्छा बोलते हैं, लेकिन मैं कभी झूठ नहीं बोलता हूं।” गडकरी ने कहा- “चतुर और चतरा इन दो शब्दों में अंतर है।’’

मैं मक्खन लगाने वालों में से नहीं हूं

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘समाज में जितनी तरह के लोग हैं, उतने ही रंग के नेता भी हैं। मैं अपने पैशन के लिए जीना चाहता हूं। मैं मक्खन लगाने वालों में से नहीं हूं।’’ इसके अलावा गडकरी ने साफ कहा, ‘‘प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने की मेरी न तो कोई महत्वाकांक्षा है और न ही आरएसएस की मुझे उम्मीदवार के रूप में पेश करने की कोई मंशा है। हमारे लिए देश सर्वोपरि है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं दौड़ में नहीं हूं और जोर देकर कहता हूं कि मेरा मंत्र सिर्फ अथक काम करना है। मैंने राजनीति और काम का कभी कोई हिसाब-किताब नहीं किया। न ही कभी कोई लक्ष्य तय किया। मैं तो चला, जिधर चले रास्ता। मुझको जो काम दिखा, मैं वह करता गया। मैं अपने देश के लिए सर्वश्रेष्ठ काम करने में भरोसा करता हूं।’’

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘मैं न सपने देखता हूं और न ही किसी के पास जाता हूं और न ही लॉबिंग करता हूं। वह और उनकी पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मजबूती से खड़ी है। मोदी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।’’

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