हरियाणा की एक और बेटी के सिर सज़ा ताज
चेक गणराज्य में आयोजित हुई थी ‘मिस और मिस्टर डेफ वर्ल्ड-2018’ प्रतियोगिता
चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़)। “मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है। पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से ही उड़ान होती है।” यह पंक्ति हरियाणा की उस बेटी पर सटीक बैठती है, जिसने अपनी कमियों को कभी सफलता के आड़े नहीं आने दिया।
जन्म से ही सुनने में अक्षम होने के बावजूद अपने अदम्य साहस और दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर उसने दुनिया में देश का गौरव बढ़ाया और परिवार का नाम रौशन किया। हम बात कर रहे हैं ‘मिस डेफ एशिया’ 2018 का खिताब पाने वाली पहली भारतीय व प्रतिभाशाली हरियाणा की बेटी निष्ठा डुडेजा की। मानुषी छिल्लर, साइना नेहवाल, साक्षी मालिक व कल्पना चावला जैसी हरियाणा का नाम रौशन करने वाली बेटियों में एक नाम पानीपत की निष्ठा डुडेजा भी जुड़ गया है।
चेक गणराज्य में 18वीं ‘मिस डेफ वर्ल्ड 2018’ प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इसमें 45 देशों के प्रतिभागियों ने भाग लिया। फाइनल राउंड में 24 बचे। इनमें मिस एवं मिस्टर वर्ल्ड, यूरोप व एशिया चुने गए। प्रतियोगिता में निष्ठा डुडेजा ने सभी प्रतिद्वंदियों को पीछे छोड़ते हुए ‘मिस डेफ एशिया’ 2018 का खिताब अपने नाम किया। खासबात यह कि यह पहला मौका रहा, जब किसी भारतीय ने यह प्रतियोगिता जीती है। इससे पहले, बीते फरवरी माह में ही निष्ठा ने ‘मिस डेफ इण्डिया’ 2018 का खिताब जीता था। उत्तर रेलवे में चीफ इंजीनियर के पद पर कार्यरत निष्ठा के पिता वेदप्रकाश डुडेजा ने बेटी की इस सफलता का श्रेय निष्ठा डुडेजा की मां पूनम को दिया। जिन्होंने कड़ी मेहनत और समर्पण से बेटी को इस मुकाम तक पहुंचाने के काबिल बनाया।
हर किसी में होती है कोई न कोई प्रतिभा: निष्ठा
निष्ठा डुडेजा ने बताया कि हर किसी में कोई न कोई प्रतिभा छिपी रहती है। ऐसे में मैं वंचित और डिसेबल्ड लोगों को आगे लाने के लिए कार्य करना चाहती हूं। साथ ही, उनकी हर सभव मदद करना चाहती हूं।
निष्ठा डुडेजा को अभी हाल ही में दुनिया में बहरों को सुनने में मदद करने वाली कान की मशीन बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी ‘सिवन्तोस इण्डिया प्राइवेट कंपनी का ‘ब्रांड एम्बेसडर’ बनाया गया है। पानीपत की 23 वर्षीय निष्ठा डुडेजा वेंकटेश्वरा कॉलेज से बीकॉम में पढ़ाई की है। वर्तमान में वह मीठी बाई कॉलेज, मुंबई से अर्थशास्त्र में परास्नातक की छात्रा हैं। इसके अलावा निष्ठा डुडेजा ने जुडो में कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया है और पदक जीते हैं। इसी तरह वह लॉन टेनिस भी अपनी प्रतिभा प्रदर्शित कर चुकी है।