‘सैनी चाचा-भतीजे की जोड़ी कुरुक्षेत्र को स्वीकार नहीं’

nirmal singh

कुरुक्षेत्र में सिर्फ सांसद बनने नहीं आया हूँ

पूछे गए एक सवाल के जवाब में निर्मल सिंह ने कहा कि मैं कुरुक्षेत्र में सिर्फ सांसद बनने नहीं आया हूँ। मैं कुरुक्षेत्र को पर्यटन के क्षेत्र में बहुत आगे ले जाना चाहता हूँ। पर्यटन के क्षेत्र में कुरुक्षेत्र को अभी बहुत आगे बढ़ना है। पिछले पांच वर्षों में कुरुक्षेत्र में भाजपा के सांसद ने जातिगत जहर घोलने का भरपूर प्रयास किया। ऐसे में भाजपा सरकार में ऐसा पाप हुआ है जिसे प्रदेश की जनता कभी माफ नहीं कर सकती।

यह महाभारत से भी लंबी लड़ाई

निर्मल सिंह का कहना है कि कुरुक्षेत्र की लड़ाई सिर्फ 18 दिन की नहीं है बल्कि यह लड़ाई बहुत लंबी चलेगी। सिंह ने कहा कि उत्तरी हरियाणा के साथ हो रहे भेदभाव के खिलाफ मेरे द्वारा 2002 में शुरु की गई लड़ाई को अब पूरा करना है। इसको लेकर मैने कुरुक्षेत्र में ही 2002 व 2004 में हिसाब लगाओ-हिसाब चुकाओ रैलियों का आयोजन किया। उस समय शुरु की गई लडाई को अब ओर आगे बढ़ाना का समय आ गया है। ऐसे में कुरुक्षेत्र की भूमि से मेरा पुराना नाता है।

रेलवे लाईन है मेरे मुद्दों में शामिल

निर्मल सिंह का कहना है कि काफी समय से कुरुक्षेत्र की जनता की मांग है कि कुरुक्षेत्र से पटियाला व कुरुक्षेत्र हरिद्वार रेलवे लाईन बिछाई जाए। यह मेरी मुख्य मांगों में शामिल है। मैंने सिर्फ रेलवे लाईन ही नहीं बल्कि अनेक योजनाएं कुरुक्षेत्र के लिए तैयार की हैं।

जब जल रहा था हरियाणा कहां थी सरकार ?

कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह का कहना है कि भाजपा के पांच साल के शासन काल में हरियाणा 4 बार जला। ऐसे में जब हरियाणा जल रहा था उस वक्त क्या सरकार कहीं सो रही थी। सरकार द्वारा प्रदेश के सैंकड़ों लागों को गोलियों से भूना गया। गोलियां चलाने से पहले एक प्रक्रिया होती है कि पानी की बौछारें की जा सकती हैं, लाठीचार्ज हो सकता है लेकिन इन्होने निहत्थे लोगों को गोलियों से भूनने का काम किया। निर्मल ने सवाल खडेÞ किए कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के 10 साल के कार्यकाल में तो हरियाणा जला नहीं भाजपा के राज में ही क्यों जला। जब रोहतक में दंगे हो रहे थे तब सरकार कहां थी? प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेवारी प्रदेश सरकार की होती है। जनता कभी माफ  नहीं करेगी
भाजपा के सांसद राजकुमार सैनी को कुरुक्षेत्र की जनता कभी माफ नही करेगी। उन्होने कुरुक्षेत्र का विकास करवाने की बजाए, प्रदेश का भाईचारा खराब करने का कार्य किया है। मुझे जहां तक मालूम पड़ा है नायब सैनी भी नाते मेें राजकुमार सैनी के भतीजे लगते हैं। अब चाचा-भतीजा की जोड़ी को कुरुक्षेत्र की जनता स्वीकार नहीं करेगी। राजकुमार सैनी ने जाति आधार पर पार्टी का गठन किया है और जाति आधार पर बनाई पार्टियां ज्यादा दिन तक चल नही सकती।

लगातार आगे बढ़ रहा हूँ

निर्मल सिंह ने विश्वास जताया कि कुरुक्षेत्र संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस लगातार आगे बढ़ रही है। यहां कांग्रेस का मुकाबला भाजपा से जरूर है, लेकिन वे अच्छे अंतर से यह चुनाव जीतेंगें। कुरुक्षेत्र संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीत कर वे कुरुक्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से स्थापित करने का कार्य करेंगें।

मेरे पास है 50 साल का राजनैतिक सर्टिफिकेट

निर्मल सिंह का कहना है कि मेरे पास 50 वर्ष का राजनैतिक सर्टिफिकेट है। मै अपने जीवन के 50 वर्षों में 36 बिरादरी को साथ लेकर चला हूँ। ऐसे में कुरुक्षेत्र लोकसभा की जनता का मुझे पूरा समर्थन व प्यार मिल रहा है।

2014 में भाजपा के घोषणा पत्र को मिला था लोगों  का समर्थन

वर्ष 2014 में लोगों ने नरेंद्र मोदी को नहीं बल्कि उनके द्वारा जारी किए गए घोषणा पत्र को समर्थन दिया था। लेकिन भाजपा ने घोेषणाओं को पूरा नही किया। भाजपा ने जाति व धर्म के नाम पर बांटने का किया है। भाजपा ने 15-15 लाख रूपए देने की घोषणा की थी, लेकिन मिले किसी को नहीं। कांग्रेस कभी झूठा घोषणा पत्र जारी नहीं करती, बल्कि जो कहेगी वही करेगी।
कांग्रेस के कुरुक्षेत्र संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी निर्मल सिंह कई दशकों से राजनीति में हैं। निर्मल सिंह पूर्व में 4 बार नग्गल हलके से विधायक व हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। नग्गल से विधायक बनने वाले निर्मल सिंह इस बार कुरुक्षेत्र लोकसभा से चुनावी रण में उतरे हैं। बेशक नामांकन की अंतिम तारीख मे कांग्रेस ने निर्मल सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित किया, लेकिन कुरुक्षेत्र में एंट्री के बाद वे बढ़त की ओर जाते दिख रहे हैं। उनका कहना है कि भाजपा के सांसद राजकुमार सैनी को कुरुक्षेत्र की जनता कभी माफ नही करेगी। उन्होने कुरुक्षेत्र का विकास करवाने की बजाए, प्रदेश का भाईचारा खराब करने का कार्य किया है।

हरियाणा कांग्रेस के धुरंधर कहे जाने वाले व हरियाणा सरकार में पूर्व में मंत्री रहे निर्मल सिंह अंबाला जिले के नग्गल हलके से 4 बार 1982, 1991, 1996 व 2005 में विधायक रहे। 1986 में 33 वर्ष की आयु में निर्मल सिंह हरियाणा के दोहरे प्रभार के साथ हरियाणा मंत्रिमंडल का हिस्सा बनने वाले सबसे कम उम्र के मंत्री बन थे। वे अलग-अलग समय में हरियाणा सरकार में पशुपालन, पीडब्ल्यूडी और राजस्व राज्यमंत्री रहे। 1983 के दौरान वह युद्ध के बाद चीन में भारत के पहले राजनीतिक युवा प्रतिनिधिमंडल के सदस्य थे। 2009 के चुनावों ने उनके पुराने निर्वाचन क्षेत्र को परिसीमन के तहत भंग कर दिया और उन्हें चुनाव लड़ने के लिए एक नया निर्वाचन क्षेत्र अम्बाला कैंट दिया गया। नए क्षेत्र में कुल मतदान का 43 प्रतिशत वोट पाने के बावजूद वह चुनाव हार गए थे। अब कांग्रेस द्वारा कुरुक्षेत्र लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतारा गया है।

जीत की डगर नहीं है इतनी आसान

देखने वाली बात यह होगी कि महाभारत की स्थली कुरुक्षेत्र से निर्मल सिंह चुनावी रण में फतेह कर सकेंगें या नहीं? चूंकि कुरुक्षेत्र लोकसभा की डगर इतनी भी आसान नहीं है। चुनावी मैदान में इनका मुकाबला हरियाणा सरकार में मंत्री व भाजपा प्रत्याशी नायब सिंह सैनी, जजपा-आप प्रत्याशी जयभगवान शर्मा उर्फ डीडी शर्मा से होगा। इसके अलावा बसपा सहित कई आजाद उम्मीदवार भी चुनावी रण में हैं।

गंगा व गौ-माता का कोई ठेकेदार नहीं बन सकता

भाजपा पर वार करते हुए निर्मल सिंह ने कहा कि गंगा माता, यमुना, गौ-माता व गीता देशवासियों की आस्था है, भाजपा कोई इनकी ठेकेदार नही है। जो आज देश की रक्षा की बात करते हैं, इनकी तो कभी जंग-ए-आजादी में भी कोई कुर्बानी नही है।

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