Nifty News: मुंबई (एजेंसी)। वित्तीय सेवा संगठन पीएल कैपिटल-प्रभुदास लीलाधर ने कहा कि अगले बारह महीने में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के संवेदी सूचकांक निफ्टी के 27867 अंक पर पहुंचने की उम्मीद है। पीएल कैपिटल-प्रभुदास लीलाधर की बुधवार को ‘इंडिया स्ट्रैटेजी रिपोर्ट’ भूराजनीतिक अनिश्चितता के बीच त्यौहारी आशावाद’ शीर्षक से जारी रिपोर्ट के मुताबिक निफ्टी फिलहाल एक साल फॉरवर्ड प्रति शेयर आय (ईपीएस) 19.4 गुना पर कारोबार कर रहा है, जो इसके 15 साल के औसत मूल्य आय अनुपात (पीई) 19.1 गुना पर 1.6 प्रतिशत प्रीमियम का प्रतिनिधित्व करता है।
रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2026 ईपीएस अनुमान 1459 का उपयोग करते हुए, (जिसकी वजह से 12 महीने का लक्ष्य 27,867 (पहले 26,820) हो गया है) बेस केस में पीएल कैपिटल ने अपने 15 साल के औसत पीई 19.1 गुना पर निफ्टी का मूल्यांकन किया है। तेजी की स्थिति में पीएल कैपिटल 15 साल के औसत पीई पर पांच प्रतिशत प्रीमियम देखता है, जिससे निफ्टी का वैल्यू 20 गुना हो जाता है और लक्ष्य 29,260 (पहले 28,564) के स्तर पर चला जाता है। मंदी वाली स्थिति में निफ्टी 25,080 (पहले 24,407) के लक्ष्य के साथ अपने दीर्घकालिक औसत से 10 प्रतिशत डिस्काउंट पर कारोबार कर रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कैपिटल गुड्स, बुनियादी ढांचा, बंदरगाह, ईएमएस, अस्पताल, पर्यटन, नई ऊर्जा, ई-कॉमर्स और टेलीकॉम उभरते हुए क्षेत्र हैं जिन पर नजर रखनी चाहिए, बशर्ते वे सही मूल्यांकन पर उपलब्ध हों। पीएल कैपिटल का मानना है कि बाजार का अनुमान पहले से ही आगामी त्योहार और शादी के सीजन के दौरान मजबूत मांग में उछाल का है और इस अवधि के दौरान मांग में किसी भी कमी से ईपीएस अनुमान में और गिरावट आ सकती है।वित्त वर्ष27 के लिए ईपीएस अनुमान को जारी करते हुए कंपनी ने निफ्टी ईईपीएस को वित्त वर्ष25 और वित्त वर्ष 26 के लिए क्रमश: 3.8 प्रतिशत और 2.8 प्रतिशत तक संशोधित किया है, जो गिरावट की स्थिति को बताता है। वित्त वर्ष 25, वित्त वर्ष 26 और वित्त वर्ष 27 के लिए अपेक्षित ईपीएस मूल्यांकन 1,200 रुपये, 1,371 रुपये और 1,546 रुपये के साथ पीएल कैपिटल को वित्त वर्ष 24-27 में 15 प्रतिशत की ईपीएस सीएजीआर की उम्मीद है।
रिपोर्ट के अनुसार, अस्पताल, फार्मा, पूंजीगत सामान और रसायन क्षेत्रों में मजबूत एबिटा वृद्धि जारी रहने की उम्मीद है। साथ ही आॅटो, बैंक और ड्यूरेबल्स में भी दहाई अंकों की वृद्धि की संभावना है। मुख्य खाद्य पदार्थों की ग्रामीण मांग में सुधार के संकेत दिख रहे हैं। हालांकि दूसरी तिमाही के नतीजे लंबे समय तक हुई बारिश से कुछ प्रभाव दिखा सकते हैं। यात्रा, आवास, आभूषण और दोपहिया वाहनों जैसे क्षेत्रों में विवेकाधीन खर्च सकारात्मक बना हुआ है जबकि यात्री वाहन (पीवी), क्विक-सर्विस रेस्तरां (क्यूएसआर), परिधान, जूते और निर्माण सामग्री अभी भी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। आॅटो, कैपिटल गुड्स, फार्मा और हॉस्पिटल जैसे क्षेत्रों में मजबूत मार्जिन विस्तार की संभावना है जबकि भवन निर्माण सामग्री, उपभोक्ता, मीडिया, तेल और गैस और सीमेंट के मार्जिन में गिरावट की उम्मीद है।बुनियादी ढांचे पर खर्च और प्रोजेक्ट आॅर्डर में तेजी आई है लेकिन महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली में आगामी चुनावों के कारण वित्त वर्ष 25 के अस्थिर होने की संभावना है।
रिपोर्ट के मुताबिक बाजार डिफेंसिव सेक्टर्स की तरफ झुक गया है क्योंकि निरंतर वृद्धि को देखते हुए भी कई चक्रों में वैल्यूएशन काफी महंगा हो गया है। उच्च वृद्धि और कम जोखिम की उम्मीदों के साथ एफएमसीजी, आईटी सर्विसेज, फार्मा और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जैसे क्षेत्रों में मजबूत रिबाउंड की स्थिति दर्ज की गई है। पिछले तीन महीनों में लार्जकैप और मिडकैप सूचकांकों के बीच रिटर्न में हुए उतार-चढ़ाव में काफी कमी आई है। लार्ज कैप और स्मॉल कैप सूचकांकों के बीच रिटर्न में अंतर अब तीन महीने की अवधि के लिए एक प्रतिशत से कम है। हालांकि छह और बारह महीने की अवधि में यह अंतर काफी बना हुआ है। हाल में हुई जोरदार बिकवाली के बावजूद पिछले छह सप्ताह में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश प्रवाह में 335 अरब रुपये की बढ़ोतरी हुई है। कुल 891 अरब रुपये के साथ घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) का निवेश प्रवाह मजबूत बना हुआ है।