‘आधार’ के बाद हरियाणा में आठ अंकों का नया ‘परिवार पहचान पत्र’ लांच

 सीएम खट्टर और डिप्टी सीएम दुष्यंत ने किया परिवार पहचान पत्र योजना का उद्घाटन

चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़)। पूरे देश में अरबों-अरब रुपए खर्च कर हर शख्स को आधार कार्ड से जोड़े जाने के बाद अब हरियाणा में नागरिकों के लिए आठ अंकों का नया ‘परिवार पहचान पत्र’ लांच किया गया है, जो कि प्रदेश के प्रत्येक परिवार के लिए आवश्यक होगा। मुख्?यंमत्री मनोहरलाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चैटाला ने मंगलवार को हरियाणा में परिवार पहचान पत्र योजना शुरू की। एक समारोह में सीएम एवं डिप्टी सीएम ने समारोह में दर्जनों परिवारों को परिवार पहचान पत्र सौंपे। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया और हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता मौजूद रहे।

बता दें कि मंगलवार को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर भी परिवार पहचान पत्र बांटे गए। मुख्?यमंत्री व उपमुख्?यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिये योजना प्रदेश भर में शुरू की। परिवार पहचान पत्र का उद्देश्य हरियाणा में सभी परिवारों का एक प्रामाणिक सत्यापित और विश्वसनीय डाटा बेस तैयार करना है। इसके साथ सभी कल्याणकारी योजनाओं को जोड़ा जाएगा ताकि हर परिवार को सभी सरकारी योजनाओं के लाभ विश्वसनीयता के साथ मिलता रहे।

परिवार पहचान पत्र की कई खासियतें सरकार ने गिनवाई

सरकार ने दावा किया कि इसके जरिये हरियाणा में सभी परिवारों की मौलिक जानकारी का डिजिटल तौर पर संग्रहण होगा। पात्र लाभार्थियों को सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा। पहचान पत्र की जानकारी गोपनीय और सुरक्षित होगी। जरूरतमंद परिवारों को घर बैठे सरकारी योजनाओं की पूरी जानकारी मिलेगी। सभी नागरिकों को आठ अंकों का पहचान नंबर जारी होगा। मुख्?यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि इससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा और डुप्लीकेट की संभावना कम होगी। सभी योजनाओं का लाभ एक ही पहचान पत्र से मिलेगा। बार-बार दूसरे पहचान पत्र प्रमाण दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस पहचान पत्र के साथ वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, महिला पेंशन और दिव्यांग पेंशन योजना को जोड़ा जा चुका है।

सभी योजनाओं का लाभ देने के लिए लाई जा रही योजना

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की बहुत योजनाएं होती है, सभी विभागों के पास अलग अलग डाटा होता है। इस कारण पात्र व्यक्ति को स्कीम का लाभ नहीं मिलता, डुप्लिकेसी बहुत होती है। सभी योजनाओं का लाभ योग्य व्यक्ति को मिले इसी उद्देश्?य से परिवार पहचान पत्र योजना शुरू की गई। उन्?होंने कहा कि पुराने डाटा के आधार पर ही योजनाओं का लाभ मिलता है। ऐसे में विचार आया कि सभी परिवारों का एक ही डाटा बेस हो। मुख्?यमंत्री मनोहरलाल ने पिछले साल मेरा परिवार मेरी पहचान योजना को शुरू करने की बात कही थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यक्ति के पहचान के लिए आधार कार्ड है। अब परिवार पहचान पत्र परिवार की पहचान है। एक क्लिक से पूरे परिवार का संपूर्ण डाटा मिल जाएगा। एक पहचान पत्र से पूरी स्कीम का फायदा मिल जाएगा।

31 अगस्त तक 20 लाख कार्ड होंगे वितरित, ऐसे बनेंगे नए कार्ड

31 अगस्त तक राज्?य में 20 लाख कार्ड वितरित हो जाएंगे। 27, 28, 29 और 30 अगस्त प्रदेश भर में कैंप लगाएं जाएंगे। सभी विभागों के कर्मचारी कार्ड बनाने का काम करेंगे। तीन महीनों में सभी विभागों की योजनाएं इस कार्ड से जुड़ जाएगी। ये कार्ड पीडीएस से जुड़ेंगे। मनोहरलाल ने कहा कि इस योजना से भ्रष्टाचार और लालफीताशाही खत्म हो जाएगी। यह सुशासन संकल्प वर्ष ये रहेगा। हम राज्?य में सुशासन देंगे। सुशासन का गेट ई गर्वनेंस से आता है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चैटाला ने कहा कि परिवार पहचान पत्र से सारी योजनाओं के लाभ एक पहचान पत्र से मिलेंगे। प्रदेश सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया। हर नागरिक का डाटा बेस तैयार होगा। एक क्लिक पर, एक क्लिक से ही सभी योजनाओं का फायदा होगा।

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