पिछले शैक्षणिक सत्र 2020-21 के मुकाबले सात प्रतिशत बढ़ा सरकारी स्कूलों में रजिस्ट्रेशन
- प्राईवेट स्कूलों की भारी-भरकम फीस भी रही कारण
भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। हरियाणा प्रदेश के सरकारी स्कूलों में वर्तमान शिक्षा सत्र में 23 लाख 36 हजार बच्चों ने दाखिला लेकर रिकॉर्ड कायम किया हैं। पिछले वर्षों के मुकाबले सरकारी स्कूलों में दाखिला लेने वालों की संख्या सात प्रतिशत बढ़ी हैं। पिछले लगभग तीन सप्ताह से सरकारी स्कूलों में जारी दाखिलों के बाद शैक्षणिक सत्र-2021-22 में एक लाख 60 हजार बच्चों ने अधिक दाखिला लिया हैं। पिछले शिक्षा सत्र के दौरान 21 लाख 78 हजार के लगभग स्कूली छात्र-छात्राओं ने दाखिला लिया था, जबकि वर्तमान शैक्षणिक सत्र में 23 लाख 36 हजार से अधिक बच्चें सरकारी स्कूलों में दाखिला ले चुके हैं।
अंग्रेजी मीडियम के संस्कृति मॉडल स्कूल व बेहतरीन शिक्षा प्रणाली ने बढ़ाए सरकारी स्कूलों में दाखिले
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में दाखिलों की संख्या एकाएक बढ?े का कारण नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में सुधार व बेहरीन शैक्षणिक माहौल देना हैं। प्रदेश सरकार ने वर्तमान शैक्षणिक स्तर से प्राईवेट स्कूलों की तर्ज पर प्रदेश के हर खंड में इन स्कूलों की शुरूआत की, जिनमें पूर्णतया अंग्रेजी मीडियम से पढ़ाई होती है। इसके अलावा राज्य सरकार की बेहतरीन आॅनलाईन तबादला पॉलिसी में प्रदेश के लगभग हर स्कूल में विभिन्न विषयों के अध्यापकों की कमी को दूर करने का कार्य किया हैं। जिसके चलते स्कूलों में दाखिलें बढ़े हैं। वही प्राईवेट स्कूलों की भारी-भरकम फीस से परेशान अभिभावकों ने भी अपने बच्चों के दाखिलों के लिए सरकारी स्कूलों में मिलने वाली उच्च गुणवत्ता व नि:शुल्क शिक्षा के महत्व को समझते हुए अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिला दिलवाया है।
नई शिक्षा नीति ने भी सरकारी स्कूलों की तरफ छात्र व अभिभावकों का किया रूख
भिवानी जिला के गांव कुंगड़ के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण यादव व अध्यापक अनुप सिंह ने बताया कि सरकारी स्कूलों में जो बच्चों की एकाएक संख्या जो बढ़ी है, उसके पीछे प्राईवेट स्कूलों की तरफ अभिभावकों के रूझान में कमी आना है तथा राज्य सरकार की बेहतरीन शिक्षा नीतियों के कारण सरकारी स्कूलों में बच्चों के दाखिलों में सात प्रतिशत इजाफा हुआ हैं। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी स्कूल समान व उचित गुणवत्ता की शिक्षा को अपना ध्येय रखते हुए आगे बढ़ रहे है तथा वे नया दाखिला लेने वाले बच्चों का स्वागत करते हैं। सरकारी स्कूलों में योग्य व प्रशिक्षित स्टाफ तैनात है, इसका लाभ बच्चों को होगा।
वही अभिभावक मंजू व विरेंद्र ने भी कहा कि सरकारी स्कूल में अपने बच्चों का दाखिला करवाकर वे खुश है, क्योंकि उन्हे प्राईवेट स्कूलों की भारी-भरकम फीस की बजाए सरकारी स्कूल में बदले हुए शैक्षणिक माहौल को अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए उचित समझा हैं। हरियाणा राज्य के भिवानी जिला में पिछले वर्ष के मुकाबले 9200 बच्चों का स्कूल रजिस्ट्रेशन पिछले वर्ष की तुलना में अधिक हुआ हैं। वही गुडगांव जैसे शहरी पृष्ठभूमि के जिले में भी 8400 के लगभग बच्चों ने सरकारी स्कूल का रूख किया हैं। जबकि नूह व मेवात जैसे पिछड़े जिले में बड़ी संख्या में 17334 बच्चों ने पिछले वर्ष के मुकाबले सरकारी स्कूल में अपना रजिस्ट्रेशन करवाया हैं।
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