गाजियाबाद(सच कहूँ /रविंद्र सिंह )। आप 2017 से पहले के प्रदेश (Yogi Adityanath) को याद करें तो पहले पर्व और त्योहार से पहले कर्फ्यू लग जाता था। आज धूमधाम से कांवड़ यात्रा निकाली जाती है। 2017 से पहले प्रदेश दंगा प्रदेश था। लेकिन पिछले छह वर्ष में प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ। पहले व्यापारियों से रंगदारी मांगी जाती थी, धमकियां दी जाती हैं।उत्तर प्रदेश में आज कानून का राज है।और यूपी की पहचान विकास से है। कांवड़ यात्रा यूपी की पहचान है। अब माफिया नहीं महोत्सव यूपी की पहचान है। प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
जल्द ही गाजियाबाद वासियों को रैपिड रेल की सुविधा मिलेगी। जनपद विकास के पथ पर अग्रसर है, इसके लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कविनगर मैदान में निकाय चुनाव प्रचार के लिए आयोजित चुनावी जनसभा में कही। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले यूपी में किसानों को छला जाता था। आज गाजियाबाद में चारों तरफ सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। यूपी में आज हर व्यक्ति को उसका हक मिल रहा है। उन्होंने मंच से माफियाओं और विरोधियों पर भी जमकर निशाना साधा। प्रदेश में पेशेवर अपराधियों और माफियाओं के हाल तो आप देख ही रहे हैं। प्रदेश की जनता सुरक्षित है। परिवारवादी और तमंचा वादी परेशान हैं। पहले युवाओं के हाथ में तमंचा दिया जाता था। आज हमारी सरकार युवाओं को टैबलेट बाँट रही है। टेक्नोलॉजी से जोड़ रही है।
अब अपराधी और माफिया तख्ती डालकर चलते हैं | Yogi Adityanath
डबल इंजन की सरकार में आज आम आदमी सीना तान कर चलता है और अपराधी और माफिया तख्ती डालकर चलते हैं। आज व्यापारियों को रंगदारी देनी नहीं पड़ती। हमने व्यापारी कल्याण बोर्ड के माध्यम से दस लाख का बीमा दिया है। अपराधी सिर झुकाकर चलते हैं और जान की भीख मांगते हैं। उन्होंने कहा अब उत्तर प्रदेश पहले वाला उत्तर प्रदेश नहीं है, वह पूरे देश का पेट भरने की सामर्थ्य रखता है। आज उत्तर प्रदेश अपनी अलग पहचान बना रहा है। प्रदेश का नागरिक आज बाहर जाता है गर्व से सीना तानकर कहना है कि मैं उत्तर प्रदेश का नागरिक हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन को प्रदेश में लागू करके विकास किया है।
2017 से पहले हमारे नगरों में कूड़े के ढेर लगे रहते थे, शोहदों का आतंक था। लेकिन आज हमारे शहर स्मार्ट सिटी बन गए हैं। विरोधियों ने युवाओं के हाथों में तमंचा थमाया था, हमने टेबलेट दिए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी पहचान विकास है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का लाभ भी गाजियाबाद वासियों को मिलेगा। मात्र 9 वर्षों में परिवर्तन कैसे लाया जा सकता है, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत संदर्भ में से इसे लागू करके दिखाया है। 9 वर्ष पहले भारत के बारे में दुनिया की धारणा कुछ और थी। भारत के बारे में और यहां के नागरिकों के बारे में कुछ और सोचा जाता था।
यूपी में 9 वर्षां में व्यापक परिवर्तन हुआ है | Yogi Adityanath
आज 9 वर्षां में व्यापक परिवर्तन हुआ है। आज दुनिया के बारे में सकारात्मक सोच है। 80 करोड़ लोगों को लगातार भारत तीन वर्षों से फ्री में राशन दे रहा है, जो कि दुसरे देश में कहीं नही मिल रहा है। कोरोना जैसी महामारी से बचाने के लिए 220 करोड़ वैक्सीन की फ्री डोज भारतवासियों को प्रधानमंत्री ने देने का काम किया है। प्रधानमंत्री के विजन को ही अपना मिशन मानते हुए ही उत्तर प्रदेश आज आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश को आपने विगत 6 वर्षों में बदलते उत्तर प्रदेश को देखा है। यह वहीं उत्तर प्रदेश है, जहां पर्व और त्योहार के समय कर्फ्यू लग जाता था। लेकिन अब सभी त्योहार को हम उत्साह के साथ मना रहे है। आज कावड़ यात्रा दुधेश्वरनाथ मंदिर से होकर निकलती है और हरिद्वार हरकी पौड़ी तक पहुंचती है। आज कोई कर्फ्यू का नाम नहीं लेता है। न कर्फ्यू-न दंगा, उत्तर प्रदेश में सब चंगा है। 54 लाख गरीबों को पिछले 6 वर्षों में एक-एक आवास उपलब्ध कराया गया है। दो करोड़ 61 शौचालय का निर्माण, एक करोड़ 75 लाख गरीबों को उज्ज्वला योजना के कनेक्शन दिए गए। होली और दिवाली पर फ्री सिलिंडर परिवारों को देने जा रहे हैं। 10 करोड़ लोगों को उत्तर प्रदेश में आयुष्मान योजना का कवर मिल रहा है।
परिवारवादी सरकारों ने युवाओं के हाथों में तंमचा थमाया ,हमने टेबलेट देकर तक्नोलोजी से जोड़ा | Yogi Adityanath
समाजवादी पार्टी परिवारवादी तमंचा वादी पार्टी थी, युवाओं के हाथों में तमंचे पकड़ाकर उनके सामान्य जीवन को खत्म कर, उनके अधिकारों को छीना जाता था। आज युवाओं के हाथों में तंमचे नहीं टेबलेट है। हमने दो करोड़ युवाओं को उत्तर प्रदेश में टेबलेट उपलब्ध कराया जा रहा है। आज उत्तर प्रदेश का युवा अपने टैलेंट को टेक्नोलॉजी एवं ट्रेनिंग के साथ जोड़कर उत्तर प्रदेश को नए भारत का उत्तर प्रदेश बनाने में अपना योगदान दे रहा है। गाजियाबाद और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की पूर्व की स्थिति क्या थी, वह किसी से छिपी नहीं है।
बेटियां स्कूल नही जाती थी, महिलाएं घर से बाहर निकलने मे डरती थी। कोई घर से निकला वापस आएगा की नहीं आएगा, इसका पता नहीं होता था। गाजियाबाद ने देश में स्वच्छ भारत मिशन में सबसे अच्छी स्थिति प्राप्त की है। हमारी सिटी सेफ और स्मार्ट सिटी है। आज दिल्ली, गाजियाबाद और मेरठ की दुरी को कम करने के लिए रैपिड रेल की शुरुआत जल्द होने वाली है। जहां चार से दो घंटे लगते थे, वहीं अब मात्र 40 से 50 मिनट में आप दिल्ली से मेरठ पहुंच सकेंगे। गाजियाबाद प्रदेश का दूसरा म्युनिसिपल कारपोरेशन है। जिसने म्युनिसिपल बांड भी जारी किए है। यह अपने आप में किसी भी म्युनिसिपल कारपोरेशन में गौरव की बात होती है, गाजियाबाद का अपना बांड जारी हुआ है। सपा और बसपा की सरकार में अराजकता का तांडव होता था। यह पार्टियां अवसर वादी ही नहीं अराजकतावादी भी थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले में विकास का हवाला देते हुए महापौर प्रत्याशी सुनीता दयाल एवं चारों नगर पालिका परिषद व चार नगर पंचायत के चेयरमैन पद के प्रत्याशियों के लिए वोट की अपील की।
यह रहे मौजूद
केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह, रमापति राम त्रिपाठी ,राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नरेंद्र कश्यप, एमएलसी दिनेश गोयल, विधायक अतुल गर्ग, सुनील शर्मा, डॉ. मंजू सिवाच, अजितपाल त्यागी, नंदकिशोर गुर्जर ,जिला पंचायत अध्यक्ष ममता त्यागी, पश्चिमी क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिसोदिया, पश्चिमी यूपी क्षेत्रीय अध्यक्ष मानसिंह गोस्वामी,प्रभारी असीम अरुण ,रमेश चंद तोमर जिला अध्यक्ष दिनेश सिंघल , महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, निवर्तमान मेयर आशा शर्मा, राज्यमंत्री कैप्टन विकास गुप्ता, समिति प्रमुख पूर्व मेयर आशु वर्मा, जनसभा प्रमुख तरुण शर्मा, प्रदीप चौधरी, राजीव अग्रवाल, संजय कुशवाह प्रभारी महानगर अमित वाल्मीकि, राजीव अग्रवाल प्रदीप चौधरी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहें।
आज गाजियाबाद गंदगी का ढेर नहीं स्मार्ट सिटी है
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले गाजियाबाद आने की इच्छा नहीं होती थी। यहां गंदगी चारों ओर फैली थी। कोई घर से निकला और सुरक्षित वापस लौटेगा, इसकी गारंटी नहीं थी। आज गाजियाबाद ने देश के अंदर के स्वच्छ भारत मिशन में सबसे अच्छी स्थिति प्राप्त की है। आज गाजियाबाद गंदगी का ढेर नहीं स्मार्ट सिटी है। ये सेफ सिटी बनने की ओर अग्रसर है। यहां पुलिस रिफॉर्म के तहत पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली को लागू किया गया है। यही नहीं गाजियाबाद म्युनिसिपल बोर्ड ने अपना बांड भी जारी किया है। किसी ने सोचा भी नहीं था कि दिल्ली, गाजियाबाद और मेरठ की दूरी कभी कम किया जा सकेगा। पहले गाजियाबाद से दिल्ली पहुंचने में दो घंटे लग जाते थे। आज मेरठ से गाजियाबाद 12 लेन का हाईवे शुरू हो चुका है। अगले महीने रैपिड रेल शुरू होते ही ये दूरी और कम हो जाएगी।