नेहरू वर्ल्ड स्कूल ने टाइम कैप्सुल में संरक्षित किया वर्तमान, बताएगा 14 वर्षों में समाज के विकास की गति कैसी रही | Ghaziabad News
- यह आयोजन वर्तमान व भविष्य के अंतर को पहचानने का एक अच्छा प्रयास है: केपी सिंह
गाजियाबाद (सच कहूं/रविंद्र सिंह)। Ghaziabad News: शास्त्रीनगर स्थित नेहरु वर्ल्ड स्कूल में मंगलवार को स्कूल के प्रांगण में सुबह 11बजे वर्तमान को संजोकर, टाइम कैप्सूल में रखकर दबाया गया। यह जानकारी स्कूल प्रवक्ता पूर्णिमा चौधरी और नेहा चौधरी ने दी। उन्होंने बताया कि इसे 14 साल बाद खोला जाएगा। इस टाइम कैप्सूल में शैक्षिक सत्र – 2023-2024 की बहुत सारी चीजों व सूचनाओं को एकत्र करके रखा गया है। जिन्हें अगस्त 2038 को 14 वर्षों की एक निश्चित अवधि के बाद बाहर निकाला जाएगा। Ghaziabad News
इस टाइम कैप्सूल में कक्षा एक से कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों के द्वारा कला से सम्बन्धित कार्य पेंटिंग्स, क्राफ्ट आइटम, साफट खिलौने, गुड़िया, स्कूल की वर्तमान स्टेशनरी, स्कूल के विभिन्न व विशेष कार्यकमों के फोटोग्राफ, विद्यार्थियों के विवरण, स्कूल डायरी, छात्रों व अध्यापकों द्वारा पर्चियों पर लिखे संदेश व फोन नम्बर डाले गए है। इसके साथ साथ सभी कक्षाओं के फोटो, जिसमें आज के कार्यकम के फाटोग्राफ, उत्तर प्रदेश बास्केट बॉल लीग से जुड़ी समस्त जानकारिया, स्कूल की विभिन्न गतिविधियों की विडियों, वर्तमान मुद्रा, सिक्के, डाक टिकट, विद्यार्थियों की हाउस टी-शर्ट, कार्ड,
खिलौने, पहचान पत्र, बैच, बर्तन, परीक्षा प्रश्न पत्र, फाटो फेम, वर्तमान सत्र के बोर्ड परीक्षाफल तथा आज की दिनांक (तारीख) के सारे दैनिक समाचार पत्रों की प्रतियाँ, स्कूल के कार्यकमों की कवरेज, 2023-24 के वार्षिक व मासिक पाठ्यक्रम योजना, परीक्षा की तिथियां व दैनिक प्रयोग की बहुत सारी वस्तुए उस डिब्बे में दबाई गई है। इस अवसर पर स्कूल के निदेशक एवं प्रशासनिक निदेशक केपी सिंह, हैड़ टीचर सुसन होम्स, सभी समन्वयक व प्रशासनिक अधिकारी, विद्यार्थी परिषद और कर्मचारी भी मौजूद रहे। Ghaziabad News
इस मौके पर स्कूल की हैड़ टीचर सुसन होम्स ने कहा, ” कि टाइम कैप्सूल में रखे गए सभी सामान 14 वर्षों बाद 2038 में हमें हमारे आज की यादों को जिंदा रखेंगें। साथ ही 2038 में जब हम इसे खोलेंगें तब की दुनिया में आज से कितना बदलाव आया है, किसी क्षेत्र में कितनी प्रगति हुई है, इसका परिचय भी हमें मिलेगा।”
स्कूल निदेशक डॉ अरुणाभ सिंह ने कहा कि यदि किसी पुराने फोटो को देखने मात्र से हमारी सारी यादें ताजा हो जाती है, जब 2038 में इस टाइम कैप्सूल को खोला जाएगा। तब 2023-24 के अकादमी सत्र से प्रत्यक्ष रूप से हम सभी रूबरू हो सकेंगे। आगे आने वाली पीढ़ी को भी निश्चय ही कुछ रोचक तथ्य अवश्य जानने को मिलेंगे। प्रशासनिक निदेशक केपी सिंह ने कहा कि “यह आयोजन वर्तमान व भविष्य के अंतर को पहचानने का एक अच्छा प्रयास है।”
उन्होंने कहा कि नेहरु वर्ल्ड स्कूल पिछले सात वर्षों से इस कार्यकम को कर रहा है। इस टाइम कैप्सूल को 14 वर्षों के बाद निकाला जाएगा। ताकि 14 वर्षों के अतीत व वर्तमान के अन्तर को देख सकें कि 14 वर्षों में समाज के विकास की गति कैसी रही, इसका परिचय भी इस आयोजन से मिलेगा। Ghaziabad News
यह भी पढ़ें:– Traffic Rules: बाइक व स्कूटर चलाने वालों हो जाओ सावधान…1 सितंबर से लागू हो रहा ये ट्रैफिक नियम…