परिजन पहुंचे जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय तो जागे बैंक अधिकारी
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। जिले के गांव मंगाला के सरकारी स्कूल के विद्यार्थी की छात्रवृत्ति व वर्दी की राशि किसी दूसरे के बैंक खाते में डाले जाने का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यह राशि पिछले पांच वर्षो से पंजाब नेशनल बैंक शाखा द्वारा डाली जा रही है। पिछले पांच साल से छात्रवृत्ति व वर्दी की राशि नहीं मिलने पर परिजन शुक्रवार को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे। कार्यालय के कर्मचारियों भी राशि दूसरे के बैंक खाते (Bank Account) में डाल जाने पर हैरान हो गये। उन्होंने इसके बारे में परिजन को जानकारी दी।
फिर जागे बैंक के अधिकारी
पांचवीं कक्षा की छात्रा शीतल को बैंक खाते में छात्रवृत्ति व वर्दी की राशि नहीं मिली। इसकी शिकायत करने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पहुंचने पर पता लगा कि छात्रा की पांच साल से राशि जारी हुई है जो बैंक द्वारा किसी दूसरे बैंक खाते में गुरसेवक को डाली जा रही है। इसके बाद स्वजन पंजाब नेशनल बैंक (Bank Account) शाखा मंगाला में पहुंचे। इसके बारे में बैंक मैनेजर को अवगत करवाया गया। इस पर बैंक अधिकारी जागे।
12 की बजाय 21 नंबर खाते डाली राशि
छात्रा शीतल के बैंक खाते नंबर में पीछे के अंक 12 हैं जबकि जिस गुरसेवक नामक युवक के बैंक खाते में राशि डाली जा रही है उसके अंतिम नंबर 21 है। इस नंबर पर बैंक (Bank Account) द्वारा खाते में राशि जारी होती रही है। यह खाता नंबर भंभूर गांव के युवक का है। अभी तक बैंक अधिकारियों को भी पता नहीं चला है कि कितनी राशि डाली जा चुकी है। वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी कितनी राशि दूसरे के बैंक खाते में डाली गई है इसकी जानकारी एकत्रित कर रहे हैं।
हमारे पास विद्यार्थी शीतल व उसके स्वजन आए थे। उसके बैंक खाते में शिक्षा विभाग द्वारा दी जाने वाली स्कीम की राशि नहीं मिली। जब पता किया तो यह राशि बैंक खाते के अंतिम अंक 12 की बजाय 21 में डाली जा रही थी। पांच साल पहले किससे कैसे गलती हुई है अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
अश्वनी सेतिया, बैंक मैनेजर, पंजाब नेशनल बैंक, शाखा मंगाला।
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