भीमा-कोरेगांव मामले में भी था आरोपी
गढ़चिरौली। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में में पुलिस के साथ मुठभेड़ में 26 नक्सली मारे गए। पुलिस के साथ एनकाउंटर में नक्सली मिलिंद तेलतुम्बडे भी मारा गया है, जो सीपीआई (माओवादी) की सेंट्रल कमेटी का सदस्य और विद्रोहियों के नवगठित एमएमसी जोन का प्रमुख था। बताया जाता है कि मिलिंद तेलतुम्बडे भीमा कोरेगांव मामले में वांछित आरोपी था। इतना ही नहीं, उस पर 50 लाख रुपये का इनाम था। गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने रविवार को कहा कि प्राथमिक पहचान के अनुसार, मिलिंद तेलतुम्बडे शनिवार की मुठभेड़ में मारे गए 26 माओवादियों में से एक था।
फिलहाल, अन्य मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है। तेलतुम्बडे उर्फ जीवा, भाकपा (माओवादी) के सबसे वरिष्ठ पदाधिकारियों में से एक था। बता दें कि यह मुठभेड़ तब शुरू हुई, जब एडिशनल एसपी सौम्या मुंडे के नेतृत्व में सी-60 पुलिस कमांडो टीम के तलाशी अभियान में शामिल थी। मुठभेड़ में चार पुलिस कर्मी भी गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से नागपुर ले जाया गया। यह जिला छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित है। बताया जाता है कि तेलतुम्बडे कई नामों से जाना जाता था। मसलन, मिलिंद बाबूराव तेलतुम्बडे, दीपक तेलतुम्बडे और जीवा।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।