नई दिल्ली: प्रणब मुखर्जी ने कहा कि जब बेकाबू भीड़ खुद ही सजा देने पर उतारू हो जाए और ऐसे मामले बहुत बढ़ जाएं तो हमें उसे रोकना चाहिए, क्या हम इसके लिए तैयार हैं। वक्त आ गया है जब हम देखें कि क्या हम इसे लेकर पूरी तरह सतर्क हैं। मुखर्जी के इस बयान को देश में कई जगह कथित गौ रक्षकों द्वारा लोगों की बर्बरता से पिटाई के मामलों से जोड़कर देखा जा रहा है।
प्रेसिडेंट मुखर्जी ने कहा मैं जागरूकता की बात नहीं कर रहा हूं, मैं ये कह रहा हूं कि क्या हम देश के मूल सिद्धांतों को बचाने के लिए पूरी तरह से सतर्क हैं।
बता दें कि हाल ही में राजस्थान, यूपी, झारखंड, गुजरात और मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में कथित गौ रक्षकों द्वारा लोगों को बुरी तरह पीटे जाने की खबरें आई थी। राजस्थान और झारखंड में तो ऐसी घटनाओं में एक-एक शख्स की मौत भी हो चुकी है। इनमें से कुछ मामले संसद में भी उठ चुके हैं।
प्रोग्राम में सोनिया गांधी ने कहा कि देश के महान नेता एकता, शांति और इंसाफ के रास्ते पर चले, बंटवारे और संघर्ष के रास्ते पर नहीं। लेकिन आज हम जाति, वर्ग, मजहब और क्षेत्र के आधार पर तेजी से बंटते जा रहे हैं।
मुखर्जी ने की एडिशन की लॉन्चिंग
प्रणब मुखर्जी ने आजादी के 70वें साल के अवसर पर नेशनल हेराल्ड के कॉम्मेमोरिटव एडिशन की लॉन्चिंग की। मुखर्जी ने इसकी वेबसाइट की भी शुरुआत की। प्रोग्राम के दौरान आजाद भारत के 70 साल की यात्रा पर एक फिल्म भी दिखाई गई।
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