मानव अर्थव्यवस्था और रूढ़िवादी वित्तीय एजेंडों पर भी होगी चर्चा
हुफेजा भगत ने बताया कि विश्व आर्थिक मंच की तर्ज पर इनसाइट का प्रमुख प्रोग्राम, ‘ग्लोबल यूथ इकोनॉमिक समिट (GYES) दो दिवसीय सम्मेलन है, जिसमें मानव अर्थव्यवस्था और रूढ़िवादी वित्तीय एजेंडों पर चर्चा होगी। AWAAZ यूथ पार्लियामेंटरी डिबेट ‘ग्लोबलाइजेशन बनाम इंसुलेशन’ पर युवाओं को अपने विचार व्यक्त करने का मौका देगा।
मुंबई (सच कहूँ न्यूज)। भारत के शीर्ष 10 प्रीमियर कॉमर्स कॉलेजों में शुमार एसवीकेएम नरसी मोनजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स (SVKM’s Narsee Monjee College of Commerce and Economics), हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सब के सामने अपना अंतरराष्ट्रीय इंटरकॉलेजिएट समारोह INSIGHT 21 लेकर आया है। यह समारोह एक व्यवसायिक, वित्तीय और आर्थिक उत्सव है तथा कोविड-19 के नियमों को ध्यान रख इस वर्ष यह वर्चुअल (ऑनलाइन) स्तर पर आयोजित होगा। यहां यह बताना जरुरी है कि INSIGHT 21 वर्षों में, श्रीमती स्मृति ईरानी (कपड़ा मंत्री), सुश्री प्रियंका चतुवेर्दी (भारतीय राजनेता), अपूर्व मेहता(सीईओ धर्म प्रोडक्शन) आदि जैसी दिग्गज शख्सियतों की मेजबानी कर चुका है।
इस वर्ष समारोह के ऑनलाइन आयोजन के कारण उत्सव में कॉपोर्रेट तथा पेशेवरों सहित 1000 से अधिक लोगों के हिस्सा लेने उम्मीद है। जानकारी देते हुए इवेंट इंचार्ज हुफेजा भगत (Hufeza Bhagat) ने बताया कि आज के समय में कम्प्यूटरीकरण के बड़ते दायरे को ध्यान रख, INSIGHT 21 का थीम पूरी तरह से डिजिटल युग की संभावनाओं को दुनिया के सामने जाहिर करने पर आधारित है। हमारा मानना है कि इस डिजिटल युग में हर इंसान का यह कर्तव्य है कि वर्चुअल दुनिया के माध्यम से वह अपने ज्ञान का विस्तार करें।
‘व्यवसाय, वित्तीय और आर्थिक ज्ञान’ पर रहेगा फोकस
18 मार्च-2021 से शुरू होने वाले इस चार दिवसीय उत्सव में विभिन्न प्रकार के आयोजन का उद्देश्य ‘व्यवसाय, वित्तीय और आर्थिक ज्ञान’ का परीक्षण करना है। हुफेजा भगत ने बताया कि इस उत्सव के दौरान वित्तीय कार्यक्रम ‘पेरिकुलम’ (Perriculum) समय की जरुरतानुसार वित्तीय ज्ञान के प्लेटफार्म का रोल अदा करेगा। भारत और विदेशों में स्टार्ट-अप संस्कृति को बढ़ावा व प्रोत्साहन देने के लिए फेस्ट की स्वयं व्यावसायिक प्रतियोगिता ‘प्लेनेट -बी’ (Plante-B) का भी आयोजन होगा, जो युवा उद्यमियों को फंड जुटाने के साथ दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ बिजनेस कोच और निवेशकों से परामर्श दिलवाने में सहायता करेगा। इसके साथ ही इनफॉर्मल विभाग का ‘डेयर टू ड्रीम अभियान’ (Dare to Dream) युवाओं की प्रतिभा को बढ़ावा देगा।