- अंतरराष्ट्रीय समारोह: ‘हार्ट आॅफ एशिया’ सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे मोदी, केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेतली भी आज करेंगे शिरकत
- भारतीय अधिकारियों ने बैठक में बनाई कठोर रणनीति
AmritSar, SachKahoon News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां ‘हार्ट आॅफ एशिया’ सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे। वह होटल रेडिशन ब्ल्यू में रविवार को ‘हार्ट आॅफ एशिया’ के मुख्य सम्मेलन का अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ शुभारंभ करेंगे। सम्मेलन का अधिकारियों की बैठक के साथ शुरूआत हुई। बैठक में रविवार को होने वाले मुख्य सम्मेलन के लिए मुद्दे तय किए गए। सम्मेलन के लिए एशिया में शांति व आपसी सहयोग और अफगानिस्तान की हालत प्रमुख मुद्दे होंगे। आतंकवाद की समस्या भी सम्मेलन में मुखरित होगी। इसके साथ ही भारत आतंकवाद और नगरोटा हमले पर पाकिस्तान को घेरेगा। बताया जाता है कि इसके लिए भारतीय दल ने पूरी तैयारी कर ली है। पाकिस्तान के दल का नेतृत्व तारिक अजीज करेंगे।
एयरपोर्ट पर स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ठीक साढ़े दह बजे राजासांसी एयरपोर्ट पर पहुंचे। विमान से उतरने पर उनका स्वागत पंजाब के राज्यपाल बीपी सिंह बदनौर, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर सहित राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने किया। मुख्य सम्मेलन रविवार को शुरू होगा। इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी करेंगे।
40 देश करेंगे शिरकत
अफगानिस्तान ‘हार्ट आॅफ एशिया’ का स्थायी अध्यक्ष है जबकि भारत इस साल सह-अध्यक्ष होने के नाते सम्मेलन का मेजबान है। मंत्री स्तरीय सम्मेलन की सह अध्यक्षता जेटली और अफगान विदेश मंत्री करेंगे। वित्तमंत्री अरुण जेटली इस सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज बीमार होेने के कारण इसमें भाग नहीं ले रही हैं। सम्मेलन में पाकिस्तान, चीन, ईरान, रूस और अफगानिस्तान सहित करीब 40 देश भाग ले रहे हैं। सम्मेलन के लिए गुरुनगरी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
अर्धसैनिक बलों के हवाले गुरुनगरी
सुरक्षा के लिहाज से शहर अर्द्ध सैनिक बलों के हवाले कर दिया गया है। अर्द्ध सैनिक बलों की सात कंपनियां के अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियों के पांच हजार जवान सड़कों पर तैनात हैं और शहर के चप्पे-चप्पे पर निगाह बनाए हुए है। सुरक्षा में तैनात जवानों ने देर रात रिहर्सल भी की। शहर के एंट्री व एग्जिट मार्गों पर वाहनों के चेकिंग करने के अलावा हर हरकत पर जवान निगाह गड़ाए हुए हैं। एसपीजी के जवानों ने श्री दरबार साहिब और साडा पिंड में रिहर्सल किया व सुरक्षा का जायजा लिया।
आइए जानें, क्या है ‘हार्ट आफ एशिया’
‘हार्ट आफ एशिया’ की स्थापना 1 नवंबर, 2011 को अफगानिस्तान के शहर इस्तांबुल में 14 देशों ने मिल कर रखी थी। इसमें भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, सऊदी अरब, ताजिकिस्तान, तुर्की, तुर्कमेनिस्तान, अजरबैजान और संयुक्त अरब अमीरात शामिल थे। इन देशों ने आतंकवाद रोकने, नशीले पदार्थों पर रोक, आपदा प्रबंधन, व्यापार-निवेश को बढ़ावा, विकास का ढांचा तैयार करने और शिक्षा का विस्तार जैसी छह प्राथमिकताओं को चुना था। इसकी सदस्य संख्या अब 40 तक पहुंच चुकी है।
इन मुद्दों पर पाकिस्तान को घेरेगा भारत
– नगरोटा में आतंकी हमला।
– आतंकवाद का लगातार पोषण और बढ़ावा देना।
– सीमापार से घुसपैठ।
– सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन।
– नशीले पदार्थ की तस्करी।