सुखनाम /सच कहूँ न्यूज, बठिंडा। आग बुझाने व सुरक्षा के क्षेत्र में (नेशनल अकैडमी आॅफ फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग नागपुर) एक राष्ट्रीय अवार्डी प्राप्त संस्थान, समूह भारत में प्रशिक्षण और प्लेसमेंट क्षेत्र में सक्रिय है और अब तक हजारों विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देकर नौकरी दिला चुकी है। पिछले 3सालों से बठिंडा और मानसा में लगातार सफलतापूर्वक चल रही इस ब्रांच के 39 विद्यार्थियों को अलग -अलग विभागों ने नौकरी के लिए चुना है। इस संबंधी जानकारी देते सैंटर के मालिक प्रमोद गोस्वामी ने बताया कि चुने गए विद्यार्थियों में 24 विद्यार्थियों को रिलायंस रिफायनरी जामनगर गुजरात में सेफ्टी अटेंडेंट, 5 विद्यार्थियों को डीएलएफ गुडगांव फायरमैन व अन्य अलग -अलग विभागों में 10 विद्यार्थियों को नौकरी मिली है।
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इन विद्यार्थियों को वेतन 12000 -16000 हजार रूपये महीना है
उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा आग बुझाने व सुरक्षा के लिए नये दिशा -निर्देशों और कानून के कारण मेट्रो, रेलवे, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों, निर्माण क्षेत्रों, थर्मल प्लांट, स्टील प्लांट, रिहायशी सोसायटियों, आॅयल रिफाइनरीज, होटल इंडस्ट्री, आटोमोबाईल इंडस्ट्री व शापिंग माल जैसे विभिन्न क्षेत्रों के फायर और सेफ्टी विभाग में वार्र्षिक हजारों पोस्टों पर नियुक्ति के लिए तजुबेर्कार मैन पॉवर की जरूरत है। इस लिए एनएएफएस कॉलेज से एक साल का डिप्लोमा होना जरूरी है।
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विदेशों में नौकरी के लिए भी अपार संभावनाएं
विदेशों में फायर एंड सेफ्टी के सख़्त कानून की व्यवस्था के कारण लाखों की संख्या में फायर एंड सेफ्टी के भारी मैनपावर की जरूरत रहती है। यूके, यूएसए, आस्ट्रेलिया, यूरोप, सिंगापुर, दुबई व अन्य तेल उत्पादक देशों में फायर और सेफ्टी विभाग में भी अधिक मैन पॉवर की जरूरत रहती है। फायर सेफ्टी कोर्स करने के बाद सेफ्टी असिस्टेंट, सेफ्टी सुपरवाइजर, सेफ्टी मैनेजर, सेफ्टी अधिकारी, फायरमैन, फायर सुपरवाइजर, फायर इंजीनियर और सब फायर अधिकारी बन सकते हैं।
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