शाह सतनाम जी धाम में भारी संख्या में पहुंची साध-संगत
पूज्य गुरु जी के पावन अनमोल वचनों को श्रवण किया | Naamcharcha
पूज्य गुरु जी ने समाज का भला करना सिखाया
सरसा। ठिठुरा देने वाली सर्दी के बावजूद रविवार को शाह सतनाम जी धाम में भारी (Naamcharcha: Dera sacha sauda Sirsa) संख्या में साध-संगत ने पहुंचकर राम-नाम का गुणगान किया। मौका रहा साप्ताहिक नामचर्चा का। नामचर्चा का शुभारंभ पवित्र नारे ह्यधन-धन सतगुरु तेरा ही आसराह्ण के साथ किया गया। इसके पश्चात कविराजों ने विभिन्न भक्तिमय भजनों के माध्यम से सतगुरु की महिमा गाई। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के प्रति दृढ़ विश्वास और आस्था से ओतप्रोत साध-संगत ने एकाग्रचित होकर बड़ी-बड़ी स्क्रीनों के माध्यम से पूज्य गुरु जी के पावन अनमोल वचनों को श्रवण किया।
रोजाना होती है नामचर्चा | Naamcharcha
- शाह सतनाम जी धाम, सरसा में रोजाना नामचर्चा का आयोजन होता है।
- सोमवार से शनिवार तक नामचर्चा का समय जहां दोपहर बाद 3 से 4 बजे है।
- रविवार को नामचर्चा का समय सुबह 11 से 1 बजे तक निर्धारित किया गया है।
नामचर्चा में पहुंचे श्रद्धालुओं ने सच कहूँ से बातचीत करते हुए कहा कि पूज्य गुरु जी ने हमेशा समाज का भला करने की शिक्षा दी। उसी अनुसार साध-संगत उपचाराधीन रोगियों के लिए रक्तदान, जरूरतमंदों को राशन देना, बच्चों को शिक्षा दिलाना, गरीब परिवारों की बेटियों की शादियों में आर्थिक सहयोग देना, मरणोपरांत नेत्रदान, शरीरदान सहित 134 मानवता भलाई कार्य कर रही है।
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