विभिन्न ब्लॉकों की साध-संगत ने मनाया ‘रूहानी स्थापना माह’

Dera Sacha Sauda

भारी गर्मी होने के बावजूद नामचर्चाओं में हजारों की तादाद में पहुुंची साध-संगत

  • नामचर्चाओं में साध-संगत ने एकता बनाए रखने व हमेशा मानवता भलार्ई के कार्य करते रहने का लिया प्रण
  • डेरा श्रद्धालुओं के श्रद्धाभाव के सामने छोटे पडेÞे पंडाल
  • डेरा श्रद्धालुओं का जज्बा पहले से भी हुआ दोगुना : राम सिंह

बठिंडा(सच कहूँ/अशोक वर्मा/सुखनाम)। डेरा सच्चा सौदा के 71वें पवित्र ‘स्थापना माह और जाम-ए-इन्सां गुरू का’ की 13वीं वर्षगांठ मौके डबवाली रोड स्थित नामचर्चा घर में पहुंची हजारों की तादाद में साध-संगत ने आज एकता के साथ मानवता भलाई कार्य जारी रखने का प्रण लिया। गर्मी व गेहूं की सीजन होने के बावजूद जिले भर से साध-संगत भारी तादाद में नामचर्चा में पहुंची। साध-संगत के जोश को देखते जिम्मेवारों की ओर से किए प्रबंध छोटे पड़ गए।

आलम यह था कि नामचर्चा घर से दो-दो किलोमीटर दोनों तरफ बसें की लम्बी लाईनें लगीं हुई थी, जिनमें बैठकर ही साध संगत ने गुरूयश गाया। इस मौके डेरा श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को मिलकर इस पवित्र माह की वर्षगांठ की बधाई दी। आज नाम चर्चा में विशेष तौर पर पहुंचे जिम्मेवारों ने 50 हजार से अधिक संख्या में पहुंची साध संगत को मानवता भलाई कामों में ओर तेजी लाने का न्योता दिया और एकजुट रहने के लिए प्रेरित किता। साध -संगत ने पूरे जोश के साथ जिम्मेवारों को दोनों हाथ खड़े कर मानवता भलाई कामों को तेज करने व एकजुट रहने का प्रण दोहराया।

डेरा सच्चा सौदा के सेवादार मोहन लाल इन्सां ने कहा कि बठिंडा ब्लॉक ने सेवा के मामले में जिस तरह पहले भी कई रिकार्ड बनाए हैं उसी तरह ही आज के जनसमूह ने साबित कर दिया है कि बठिंडा हमेशा ही मानवता भलाई कार्याें में अग्रणी रहा है और हमेशा रहेगा। उन्होंने कहा कि सभी ने इसी तरह ही आपसी सांझ को ओर भी मजबूत करते भलाई कामों में जुटे रहना है। गुरजीत कौर इन्सां की ओर से दिए एकता रखने के आह्वान को साध संगत ने दोनों हाथ खड़े कर एकता बना कर रखने का प्रण लिया।

Dera Sacha Sauda

फाजिल्का/अबोहर (रजनीश रवि, सुधीर अरोड़ा)। डेरा सच्चा सौदा के 71वें रूहानी स्थापना माह व ‘जाम-ए-इन्सां गुरु का’ की 13वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में जिला फाजिल्का व जिला फिरोजपुर के समस्त ब्लॉकों की सयुंक्त रूप से विशेष नामचर्चा फाजिल्का के निकटवर्ती स्थित ब्लॉक कबुलशाह खुब्बन के नामचर्चा घर मे आयोजन किया गया। जहां हजारों की तादाद में साध-संगत ने पहुंचकर गुरु महिमा का गुणगान किया। वहीं गर्मी के बावजूद उमड़ी साध-संगत की भीड़ के आगे जहां पंडाल छोटा पड़ गया।

राम नाम की वर्षा ने रूहों को सुकून देने का काम कर रही थी। गर्मी के मौसम के मद्देनजर जगह-जगह पर शीतल जल की छबीलें लगाई गई। सैकड़ों की तादाद में पहुंचे हुये वाहनों को वाहन समिती द्वारा पंक्तिबद्ध लगाया गया। वहीं डेरा सच्चा सौदा के जिम्मेवारों का कहना है कि डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत फिलहाल किसी भी पार्टी को समर्थन देने का अभी निर्णय नहीं लिया गया है। साध-संगत का उद्देश्य सामाजिक बुराइयों को दूर कर सेहतमंद समाज की स्थापना करना है। साध-संगत जागरूकता रैलियों व सेमीनार के माध्य्म से सामाजिक बुराईयों नशा भूर्ण हत्या इत्यादि संबंधी लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

इस मौके पर बहन हरजिंदर कौर व नरिंदर इन्सां द्वारा भी साध-संगत को समाज भलाई कार्यों हेतु व एकजुटता में रहने और किसी की भी बातों में आने से सूचेत रहने की अपील की। इस मौके पर राजनीतिक विंग से परमजीत सिंह इन्सां, बलराज सिंह इन्सां, रवि इन्सां, मनीष इन्सां, कमलेश इन्सां, सिमरन, जगरूप सिंह आदि विभिन्न ब्लॉकों से पहुंचे जिम्मेवार व विभिन्न समितियों के सेवादार डेरा श्रद्धालु मौजूद थे।

रायकोट की साध-संगत ने श्रद्धापूर्वक मनाया रूहानी स्थापना माह

लुधियाना (राम गोपाल राएकोटी /रघबीर सिंह/यशवंत राय /मलकीत सिंह)। रायकोट के बरनाला रोड पर स्थित नामचर्चा घर में रविवार को जिला स्तरीय नामचर्चा में भारी तादाद में साध-संगत ने शिरकत की। प्रत्यक्षदर्शियों अनुसार साध-संगत 60 हजार से अधिक बताई बताई गई। नाम चर्चा घर में पहुंची साध संगत ने पवित्र स्थापना माह मना कर एकजुट होने का भरोसा दिया। इस मौके जिला साध-संगत ने हाथ खड़े कर हमेशा मानवता भलाई के कार्य करने का प्रण किया।

नामचर्चा घर नजदीक बरनाला रोड के चार किलोमीटर तक सड़क के दोनों तरफ गाड़ियों की लम्बी लाईनें लगी रही। स्पैशल आॅलम्पिकस-2019 आबूधाबी में गोल्ड मैडल विजेता रायकोट की बेटी शामली शर्मा को जिला लुधियाना की प्रशासनिक समिति की ओर से सम्मानित करते हुए यूथ वीरांगना बहन गुरचरन कौर ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा हमेशा भ्रूण हत्या के विरुद्ध रहा है और हमेशा लड़कियों को समानता के हक दिलाता आ रहा है।

उन्होंने कहा कि डेरा सच्चा सौदा की ओर से चलाए जा रहे 134 मानवता भलाई के कार्य साध-संगत की तरफ से ज्यों के त्यों जारी हैं। पूज्य गुरू जी ने स्कूलों द्वारा, फिल्मों द्वारा व सत्संगों द्वारा समाज अंदर बदलाव लाने का सफल प्रयास किया है। इसी प्रयास का ही परिणाम है कि आज करोड़ों की संख्या में साध-संगत ने जहां अपने परिवारों में खुशहाली लाई है वहीं समाज के आर्थिक पक्ष से कमजोर परिवारों का सहारा बनने का प्रयास किया है।

150 बच्चों को बांटी स्टेशनरी

जिला स्तरीय नामचर्चा की समाप्ति मौके साध संगत ने आर्थिक पक्ष से कमजोर परिवारों के 150 स्कूली बच्चों को स्टेशनरी बांट कर पवित्र स्थापना माह मनाया।

नामचर्चा में हजारों की संख्या में पहुुंचे डेरा श्रद्धालु

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संगरूर(गुरप्रीत सिंह/नरेश कुमार)। डेरा सच्चा सौदा के रूहानी स्थापना माह मौके संगरूर में हजारों डेरा श्रद्धालुओं ने नामचर्चा में पहुंचकर गुरूयश गाया। संगरूर में इस खुशी में जिला संगरूर व बरनाला के 24 ब्लॉकों की सांझी नामचर्चा आयोजित की गई। इस दौरान इतनी बड़ी संख्या में साध-संगत नामचर्चा घर में पहुंची कि सभी प्रबंध फीके पड़ गए। साध-संगत के लिए बैठने के लिए नामचर्चा घर के पंडाल के बिना बाहर भी बड़ा टैंट लगाया गया परंतु इस के बावजूद साध-संगत को बैठने के लिए जगह कम पड़ गई।

हालात यह बन गए कि जहां भी संगत को जगह मिलती गई, बैठती गई खेतों में गेहूं के खेतों में लगे वृक्षों नीचे आदि जगहों पर साध संगत की साध संगत नजर आ रही थी। साध-संगत की सुरक्षा के लिए सैंकड़ों की संख्या में पुलिस फोर्स को भी समझ नहीं आ रहा था कि वह इतनी साध-संगत के लिए प्रबंध कैसे किए जाएं। सड़कों के किनारे साध-संगत के खड़े वाहनों कारण कई किलोमीटर का जाम लग गया जो लगातार 2 घंटे लगा रहा।

सोशल मीडिया पर गलत प्रचार करने वालों से सावधान रहने के लिए किया प्रेरित

साध संगत को संबोधित करते कृष्ण थरेजा इन्सां ने कहा कि आज कल कुछ लोग डेरा सच्चा सौदा के नाम पर सोशल मीडिया पर अपने अकाऊंट बनाकर साध-संगत को अपने साथ जोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे सोशल मीडिया के ग्रुपों से सूचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जितनी देर ब्लॉक के जिम्मेवारों से उस बात की पुष्टि नहीं की जाती, उतनी देर उसे आगे किसी ओर के पास न भेजा जाए।

साध-संगत की सुविधा के लिए जगह -जगह किए गए प्रबंध पड़े छोटे

आज जिला संगरूर व बरनाला की सांझी नाम चर्चा दौरान संगरूर नामचर्चा घर में पिछले कई दिनों से साध-संगत की सुविधा के लिए बड़े स्तर पर प्रबंध किए गए थे परंतु साध-संगत की संख्या आगे वह भी बौने पड़ गए। साध-संगत के बैठने के लिए नामचर्चा घर के अंदर और बाहर दोनों तरफ टैंट लगाए गए थे परंतु टैटों में जगह न होने के कारण साध संगत खेतों में लगे वृक्षों नीचे बैठ कर नामचर्चा का आनंद उठाती रही।

बच्चों, बुजुर्गों में भी दिखा भारी उत्साह

रविवार को नामचर्चा दौरान छोटे बड़े सभी के चेहरों पर काफी उत्साह देखा गया। नामचर्चा दौरान छोटे बच्चे व बुजुर्ग भी सक्रियता के साथ पहुंचे व सेवा कामों में जुटे रहे। डेरा श्रद्धालुओं के इस उत्साह कारण आम लोगों में भी यह चर्चा छिड़ी रही कि जैसे मर्जी हालात हों डेरा श्रद्धालु हमेशा मानवता भलाई के कार्य करते ही रहते हैं।

 

 

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