गाँव में आर्थिक, सामाजिक और भौतिक विकास पर मेरा फोक्स

My Fox on Economic, Social and Physical Development in the Village

साक्षात्कार : पंचकूला के अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह के साथ सच कहूँ की फेस-टू-फेस विशेष बातचीत के अंश

नाम : उत्तम सिंह
जन्म : 20-1-1987
स्थान : झुनझुनू (राजस्थान)
पिता : रणधीर सिंह
आइएएस : 2015 बैच
शिक्षा : ग्रेजुएट बीएससी (गणित), पोस्ट ग्रेजुएट एमसीए
शौक : पुस्तकें पढ़ना और फोटोग्राफी

  • 2015 के आईएएस ने बेबाकी से दिया हर सवाल का जवाब

चरन सिंह/सच कहूँ
पंचकूला के ग्रामीण इलाकों में आज भी लोग कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। सरकारी स्कूलों के छात्रों को सही शिक्षा नहीं मिल रही है। स्मार्ट रुम तो दूर की बात, कई सरकारी स्कूलों की बाऊंडरी वॉल तक नहीं है। ग्रामीणों के लिए रोजगार की कमी है। सरकारी योजनाएं लाभपात्रों के पास नहीं पहुंच पाती। कर्मचारी अपने कर्तव्यों का सही ढंग से निर्वाहन नहीं करते। शमशान घाटों की हालत दयनीय है। कई बार तो मरने के बाद भी शव को जलाने के लिए बरसात रुकने का इंतजार करना पड़ता है। आमजन से जुड़े इन सभी मुद्दों पर सच कहूँ प्रतिनिधि ने बात की पंचकूला के अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह से। 2015 के आईएएस अधिकारी ने बड़ी ही बेबाकी से हर सवाल का जवाब दिया। आईए जानते हैं बातचीत के मुख्य अंश

  • सवाल : पंचकूला के लिए आपका क्या फोक्स है?

जवाब: ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों का जीवन स्तर अच्छा हो। लोगों को सभी प्रकार की सहूलियतें मिलें। सरकारी योजनाओं को अंतिम लाभपात्र तक पहुंचाया जाए। जो लोग सरकारी योजनाओं के नाम पर गरीबों से ठगी करते हैं, उन पर नकेल कसना। लोगों को अपने काम लेकर दफ्तरों के चक्कर ना काटने पड़ें। जो मामला मेरे संज्ञान में आये, उसे तुरंत प्रभाव से हल करूं। पंचकूला के अंतर्गत पड़ने वाले सभी खंड़ों के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का आई क्यू लेवल उपर उठाना मेरा लक्ष्य है।

  • सवाल : बच्चों को आई क्यू लेवल कैसे बदला जा सकता है?

जवाब : बच्चों का आई क्यू बदलना शिक्षकों का काम है। इसके लिए मैंने टीचरों की टीमें बनाई हैं, जोकि बच्चों में इंगलिश, हिंदी और गणित की स्पेशल ट्रेनिंग देते हैं। इंगलिश के टीचर असिंद्र सिंह द्वारा बच्चों के लिए एक मैटीरियल तैयार किया गया है, जोकि बच्चों के लिए परीक्षाओं में काफी सहायक सिद्ध हो रहा है। उन्होंने आॅनलाइन यह मैटीरियल उपलब्ध करवाया है, जिसका एक क्यू आर कोड है, जिसे वह घर बैठे ही निकाल सकते हैं। बच्चों को सैल्फ मॉटिवेशन देने के लिये काम कर रहे हैं। गणित की टीम द्वारा भी मैटीरियल तैयार किया जा रहा है।

  • सवाल : सक्षम प्लस के लिए क्या योजना है?

जवाब :  सरकार द्वारा ग्रामीण विद्यार्थियों के लिए सक्षम परीक्षा शुरू की गई है। मोरनी ब्लॉक सक्षम हो चुका है, अब रायपुररानी, बरवाला, पिंजौर ब्लॉक को सक्षम करने के लिए परीक्षा होगी। साथ ही सक्षम प्लस करने के लिए प्रयास शुरू हो गए हैं। विद्यार्थी अच्छे परिणाम दे रहे हैं और शिक्षक चाहे, तो एक दिन में बच्चे में बदलाव ला सकता है।

  • सवाल : रोजगार एक बड़ी समस्या है, इसे लेकर क्या योजना है?

जवाब : मनरेगा के टारगेट आ चुके हैं। गाँवों में लोगों को रोजगार देने के लिए यह काफी कारगर योजना है। सरकार की विभिन्न योजनाएं चल रही है, जिसमें लोग स्वरोजगार भी शुरू कर सकते हैं।

  • सवाल : रुर्बन क्लस्टर क्या है?

जवाब : श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन का उद्देश्य आर्थिक, सामाजिक और भौतिक अवसरंचनात्मक सुविधाओं की व्यवस्था करके ऐसे ग्रामीण क्षेत्र का विकास करना है। साथ ही आर्थिक दृष्टिकोण से और अवसंरचना व्यवस्था के लाभ को इष्टतम बनाने की दृष्टि से इन क्लस्टरों का लाभ उठाने के लिए मिशन ने पंचकूला के लिए 8 करोड़ 91 लाख रुपये की वित्तीय राशि भेजी है। ग्रामीण शहरी अंतर अर्थात् आर्थिक, प्रौद्योगिकीय एवं सुविधाओं तथा सेवाओं से जुड़े अंतर को समाप्त करना। ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी और बेरोजगारी उपशमन पर बल देते हुए स्थानीय आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना। क्षेत्र में विकास का प्रसार करना। ग्रामीण क्षेत्रों में निवेश को आकर्षित करना।

  • सवाल : प्रधानमंत्री आवास योजना का क्या स्टेट्स है?

जवाब : प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2011 के सर्वे में 128 लोगों का चयन हुआ था, जिनके कच्चे मकान थे। फिर उनकी योग्यता चैक करने के बाद 112 लोगों ही पात्र मिले। जिन्हें योजना के तहत 1 लाख 38 हजार रुपये की राशि मुहैया करवाई जा चुकी है। अब बीपीएल और कच्चे मकान वालों का फिर से सर्वे हुआ है, जिसमें 1406 लोगों की रिपोर्ट आई है, जिनकी सूची सरकार को भेज दी गई है। पीएम आवास योजना 100 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इस योजना के तहत घर में शौचालय बनाना अनिवार्य है।

  • गाँवों में सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए क्या करेंगे?

जवाब : रायपुररानी में पाँच गाँवों का एक कलस्टर बनाकर वहां पर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया जाएगा। इसमें गढ़ी कोटाहा, टिब्बी माजरा, हरीपुर खेड़ी और रायपुररानी शामिल हैं। यह प्लांट सरकारी स्तर पर तैयार किया जाएगा, उसके बाद प्राइवेट कंपनी यहां पर कूड़े का सग्रीगेशन और उसे मैनेज करेगी। वहीं 24-25 गाँव घरों से कूड़ा इकट्ठा करके उससे खाद बनाने एवं उसे मैनेज करने का काम किया जा रहा है।

  • सवाल : मोरनी के विकास के लिये क्या योजना है?

जवाब : सूचना प्रौद्योगिक एवं इलैक्ट्रॉनिक विभाग के प्रधान सचिव अंकुर गुप्ता ने मोरनी ब्लॉक के लिए काफी कुछ नया करने की योजना बनाई है। मोरनी बाजार में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, पार्किंग स्पेस को बढ़ाया जाएगा, रास्तों को ठीक करवाया जाएग, स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर किया जाएगा।

  • सवाल : ग्रामीण महिलाओं के लिये सेल्फ हैल्प ग्रुपों का काम कैसा है?

जवाब : सेल्फ हैल्प ग्रुप पंचकूला जिले में बेहतरीन काम कर रहे हैं और उन्हें बढ़ावा देना मेरा मुख्य उद्देश्य है। ग्रुपों की बैठकें लेकर उन्हें मॉटिवेट कर रहे हैं। एक महिला ने ग्रुप की मदद से प्ले वे स्कूल खोल लिया है। सरफ बनाने, चप्पल बनाने, फूलों की खेती इत्यादि अलग-अलग काम करके महिलाएं अपने जीवन स्तर को ऊपर उठा रही हैं। सेल्फ हैल्प ग्रुपों को उनकी जरुरत के मुताबिक बैंकों से लोन दिलवाकर अपने पैरों पर खड़ा कर रहे हैं। अब इन ग्रुपों के सामान की मार्केटिंग पर फोक्स कर रहे हैं। ताकि इन महिलाओं को उनके सामान का उचित दाम मिल सके। इस समय 725 स्वयं सहायता समूह काम कर रहे हैं। यह ग्रुप खुद ही पैसा इकट्ठा करके आर्थिक तौर पर सक्षम बनते हैं।

  • सवाल : आपके पास आरटीए का कार्यभार है, ओवरलोड वाहनों पर नकेल के लिए क्या कर रहे हैं?

जवाब :  मैंने कार्यभार संभालने के बाद ओवरलोड वाहनों पर नकेल कस दी है। वाहनों की दिन-रात चैकिंग हो रही है। चालान किए जा रहे हैं। वर्ष 2018 मार्च में 3 लाख 95 हजार के चालान हुए थे, जोकि मार्च 2019 में 15 लाख रुपये के चालान हुए। अप्रैल 2018 में कोई चालान नहीं हुआ, जबकि 2019 में 23.30 लाख रुपये के चालान किए गए। मई माह में 20 लाख रुपये के चालान किए गए हैं। आॅटो, मैक्सी कैब एवं प्राइवेट स्कूल बसों की भी रेगुलर चैकिंग की जा रही है।

  • सवाल : लोगों को क्या संदेश देना चाहते हैं?

जवाब : मेरा लोगों को संदेश है कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ सीधे मुझ से संपर्क करें। यदि कोई पैसा मांगता है, सरकारी काम में गड़बड़ी, गाँवों में चल रही योजनाओं में कोई खामी है, तो सीधे मेरे कार्यालय में आकर सूचना दे सकते हैं। लोगों को बेहतरीन सुविधाएं देना ही मेरा लक्ष्य और उद्देश्य है।

 

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