पत्नी के लिए सरकारी नौकरी-50 लाख मांगे
- दुकानदार के घर में मचा कोहराम, बदमाशों के प्रति शहर वासियों में रोष
भूना (सच कहूँ न्यूज)। चंदन नगर में बीडी के बंडल को लेकर 11 दिसंबर की रात्रि को दुकानदार के परिवार पर हुए बदमाशों द्वारा चाकू से किए गए हमले में घायल मुकेश प्रजापति ने दम तोड़ दिया है। जबकि दुकानदार का भाई रमेश कुमार अभी भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। मुकेश प्रजापति की सुबह मौत हो जाने की सूचना जैसे ही शहर में पहुंची तो चंदन नगर में लोगों की भीड़ उनके घर पर उमड़ पड़ी।
फतेहाबाद के विधायक चौधरी दुड़ा राम ने भी मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को कार्रवाई के साथ-साथ नौजवान बेटे की मौत पर दुख की घड़ी में हर संभव मदद करने का भरोसा दिया। लेकिन दुकानदार के जवान बेटे की मौत की खबर के बाद पूरे चंदन नगर में सन्नाटा पसर गया और मृतक के घर कोहराम मच गया। वहीं हरियाणा के फतेहाबाद के भूना में दुकानदार गरीबदास के बेटे मुकेश की हत्या के मामले में गुस्साए परिजनों और अन्य ने शव को रोड पर रख कर फतेहाबाद-चंडीगढ़ हाईवे को जाम कर दिया।
पत्नी व दो बच्चे छोड़ गया मुकेश
चंदन नगर निवासी 32 वर्षीय मुकेश प्रजापति शहर में केले का रेहड़ी लगाने और सीजन में रीपर चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था। मुकेश प्रजापति के 12 वर्षीय बेटा विशाल व 10 वर्ष की बेटी काकुल तथा 30 वर्षीय पत्नी कमलेश को अलविदा कह गया है। पति की मौत की सूचना मिलने के बाद सुबह से ही कमलेश व उसके दोनों बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ था।
शहर के लोगों में गुस्सा
वीरवार की सुबह जैसे ही मुकेश प्रजापति की मौत की सूचना शहर में पहुंची तो लोगों में बदमाशों के खिलाफ गुस्सा पनप गया। क्योंकि एक गरीब व ईमानदार युवा को घर बैठे मात्र युवा को मात्र दस रुपये के बीड़ी के बंडल के लिए बदमाशों ने मौत की नींद सुला दिया। इसलिए शहर के लोग गैंगवार का इनकाउंटर किए जाने की मांग उठा रहे हैं।
परिजनों की ये है डिमांड
परिजनों ने कहा कि मृतक मुकेश की पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए। और 50 लाख की सहायता राशि और पथराव करने वाले 40 के करीब आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
क्या था मामला
बता दें कि चंदन नगर में छोटी सी दुकान चलाने वाले 65 वर्षीय गरीबदास ने रविवार को अपनी दुकान बंद की हुई थी। उनके बड़े भाई का आकस्मिक निधन होने के कारण शोक स्वरूप जमीन पर बैठे हुए थे। दुकान पर बीड़ी का बंडल लेने के लिए काकू नामक बदमाश ने 13 वर्षीय शिवम पर दुकान खोलने का दबाव बनाया। लेकिन शिवम ने दुकान खोलने से इनकार किया तो उसकी पिटाई करनी शुरू कर दी। जिसको लेकर शिवम के चाचा रमेश कुमार ने इसका विरोध किया और उपरोक्त बदमाश को धमका कर भगा दिया। मगर दस मिनट बाद 40 से ज्यादा हमलावर बदमाश हथियारों से लैस होकर दुकानदार के घर पर हमला कर दिया।
बदमाशों ने घरों पर ईंट-पत्थर जमकर बरसाए और मोटरसाइकिल व काफी घरेलू सामान नष्ट कर दिया था। हमलावरों के आगे पुलिस भी बेबस और लाचार नजर आई। पुलिस की मौजूदगी में बदमाश हमला करते रहे। लेकिन बदमाशों ने दो महिलाओं सहित आठ लोगों को घायल कर दिया था। इनमें 32 वर्षीय मुकेश प्रजापति व 45 वर्षीय रमेश कुमार को बदमाशों ने चाकू घोंप दिया था। जिन्हें हिसार के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल किया हुआ था। परंतु रविवार की सुबह मुकेश प्रजापति ने दम तोड़ दिया।
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