मोसुल। इराक के शहर मोसुल से आतंकी संगठन आईएसआईएस का सफाया हो गया है। इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल आब्दी ने रविवार को इस जीत का ऐलान किया। आब्दीक के कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, सुरक्षाबलों के चीफ कमांडर हैदर अल आब्दीक आजाद मोसुल शहर पहुंचे। उन्होंने बहादुर जवानों और इराकी जनता को महान जीत की बधाई दी। मोसुल का आजाद होना आईएस और उसके सरगना अबू बक्र बगदादी की अब तक की सबसे बड़ी हार है।
मोसुल की हार के बावजूद आईएस खत्म नहीं हुआ
पिछले साल अक्तूबर में इराकी सेना ने अमेरिकी नेतृत्व वाली गठबंधन सेनाओं के साथ मिलकर मोसुल की जंग छेड़ी थी। हवाई हमलों और आक्रामक जमीनी जंग के बाद जनवरी में शहर का पूर्वी हिस्सा आईएस से मुक्त करा लिया गया था। कई हफ्तों से सेना लगातार भाग रहे आतंकियों को निशाना बना रही थी। अंतिम दिन भी नदी पार कर भागने की कोशिश में तीस आतंकी मारे गए। इस जंग में मोसुल को भारी तबाही झेलनी पड़ी है। इस प्राचीन शहर के कई हिस्से पूरी तरह से बर्बाद हो गए और हजारों नागरिक मारे गए।
तीन साल बाद मोसुल की हार के बावजूद आईएस खत्म नहीं हुआ है। इराक के कई हिस्सों पर अभी आतंकी संगठन के लड़ाके मौजूद हैं। वे सरकार के कब्जे वाले हिस्से पर बमबारी कर पलटवार कर सकते हैं।
तीन साल रहा आईएस का कब्जा
- 2014, जून से मोसुल में आईएस का था कब्जा
- 2016 अक्तूबर में शुरू हुई थी मोसुल को छुड़ाने की जंग
- 2017 जनवरी में हो गया था शहर के पूर्वी हिस्से पर इराकी सेना का कब्जा
- 2017 फरवरी में पश्चिमी हिस्से के लिए लड़ाई शुरू हुई
- 9.15 लाख लोग छोड़ चुके हैं जंग के बाद से शहर
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।