स्वास्थ्य विभाग की टीमों की रहेगी पैनी नजर
भिवानी (सच कहूँ न्यूज)। बेटियों के कम जन्म-दर वाले सवा सौ से अधिक गांव जिला प्रशासन के राडार पर हैं। जिला प्रशासन के निर्देश पर इन गांवों में स्वास्थ्य विभाग की पैनी नजर रहेगी। लिंग जांच या (Female Foeticide) कन्या भू्रण हत्या करने वालों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिकंजा कसा जाएगा। इनमें सबसे अधिकतर गांव राजस्थान सीमा के साथ लगते क्षेत्र से हैं। कन्या भू्रण हत्या या लिंग जांच करने वाले सलाखों के पीछे होंगे।
उल्लेखनीय है कि जिला में कई गांव ऐसे हैं, जहां बेटियों की जन्म दर बेटों की तुलना में काफी कम है। जिला में फिलहाल लिंगानुपात 904 है, जबकि प्रदेश में लिंगानुपात 914 है। ऐसे में जिला प्रशासन ने बेटियों के कम जन्मदर वाले गांवों में निगरानी व जागरूकता के लिए विशेष योजना तैयार की है। जिले में जनवरी 2021 से नवंबर 2022 तक ऐसे करीब सवा से भी अधिक गांव हैं, जहां बेटियों की जन्मदर बेटों के मुकाबले 900 से भी कम रही है। जिला प्रशासन के निर्देश पर इन गांवों में स्वास्थ्य विभाग की विशेष नजर रहेगी।
स्वास्थ्य विभाग यहां पर आंगनवाड़ी, शिक्षा विभाग और पंचायत विभाग के साथ मिलकर काम करेगा। जहां भी लिंग जांच या कन्या भू्रण हत्या (Female Foeticide) किए जाने की सूचना मिलती है तो वहां पर तुरंत प्रभाव से छापामार कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। इस बारे में उपायुक्त आर.एस. ढिल्लो ने बताया कि बेटियों के कम जन्मदर वाले गांवों में विशेष निगरानी रखी जाएगी, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को जरूरी निर्देश दिए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि प्रशासनिक तौर पर अधिकारियों की भी एक टीम गठित की गई है, जो जरूरत के अनुरूप जरूरी कदम उठाने का काम करेगी ताकि बेटियों के जन्म दर में सुधार हो सके। उन्होंने जिला के आमजन से अपील करते हुए कहा है कि वे अपने आसपास क्षेत्र में नजर रखें। यदि कहीं पर लिंग जांच या कन्या भू्रण हत्या किए जाने की सूचना मिलती है तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग या जिला प्रशासन को दें ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।