- नाभा जेल ब्रेककांड। पंजाब की गलती से हरियाणा ने लिया बड़ा सबक\
- हर जेल में लगेंगे मोबाइल जैमर, खूंखार कैदियों की वीडियो कांफें्रसिंग से होगी पेशी
- जेल प्रशासन कैदियों में बढ़ाएगा अपनी इंटेलीजेंस
- रिटायर वॉर्डनों की होगी पुन: नियुक्ति
ChandiGarh, Anil Kakkar: पंजाब में गत दिनों हुए नाभा जेल ब्रेककांड के बाद हरियाणा सरकार पूरे एक्शन मोड में है। हरियाणा में ऐसी कोई वारदात न हो इसके लिए प्रदेश की तमाम जेलोें की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव करने का ब्लू प्रिंट तैयार कर दिया गया है। सुरक्षा के लिहाज़ से ऐसी योजना बनाई जा रही है जिससे बाहर से परिंदा भी जेलों में पर न मार पाए, इसके लिए उच्चतम तकनीक तथा इंटरनैट का भी सहारा लिया जाएगा।
गृह सचिव राम निवास द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार जेलों की सुरक्षा व्यवस्था चौक-चौबंद करने के लिए के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। इसके लिए गृह विभाग ने हर जेल का सिक्योरिटी आॅडिट शुरू कर दिया है। इस आॅडिट के आधार पर जेलों में सुरक्षा व्यवस्था की मौजूदा स्थिति तथा उसमें सुधार का पैमाना मापा जाएगा।
गृह सचिव ने बताया कि अक्सर जेलों में कैदियों से मोबाइल या सिम मिलने की घटनाएं सामने आती हैं ऐसे में पूरी सख्ती के बावजूद भी कैदी मोबाइल से संदेश भेजने या बातचीत करने में कामयाब हो जाते हैं। जिससे वे जेल के अंदर बैठे बाहर बड़ी वारदातों को अंजाम दे देते हैं। इसे रोकने के लिए गृह विभाग ने प्रदेश की सभी जेलों में 7 करोड़ रुपए की लागत से मोबाइल जैमर लगाने के आदेश जारी किए हैं। जिससे कैदी न तो इंटरनैट का उपयोग कर सकेंगे और न ही किसी से कॉल कर सकेंगे।
जेल प्रशासन में अनुभव की कमी को पूरा करने के लिए सरकार पुन: रिटायर जेल वॉर्डनों की नियुक्ति पर भी योजना बना रही है जिससे प्रदेश की जेलों में अनुभवी वॉर्डनों की कमी को पूरा किया जाएगा।
अपने मंसूबों में सफल नहीं हो पाएंगे आतंकी
जेलों से कैदियों के भागने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सरकार खुंखार आतंकियों की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा करवाएगी। फिलहाल प्रदेश की कई जेलों में वीडियो कांफ्रेंसिंग की व्यवस्था पहले से है लेकिन जहां यह उपलब्ध नहीं है उनमें भी यह व्यवस्था उपलब्ध करवाई जाएगी। बहुत सी घटनाएं खुफिया तंत्र की कमजोरी के कारण भी घटित होती हैं। इसी के मद्देनजर कैदियों के बीच जेल प्रशासन अपनी इंटेलीजेंस को भी मजबूत करेगा ताकि अपराधियों के मंसूबों को अंजाम पर पहुंचने से पहले ही नाकाम कर ेिदया जाए।