IMD Forecast || मानसून की धीमी गति के कारण उत्तर भारत में फिर बढ़ रही भीषण गर्मी || Monsoon Update
Monsoon Update : हिसार(सच कहूँ/संदीप सिंहमार)। मानसून की उत्तरी सीमा दक्षिण तटीय गुजरात के सिरे तक पहुंच गई है। जब पूर्वोत्तर भारत में मानसून की शुरुआत हुई थी,तब से ही मानसून की पूर्वी शाखा स्थिर बनी हुई है। अगले कुछ दिनों में मानसून की सक्रियता कमजोर होने की संभावना है। मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार इस दौरान मानसून की पूर्वी और पश्चिमी दोनों शाखाऐं धीमी गति से आगे बढ़ेंगी। इससे देश के उत्तरी हिस्सों में गर्मी की स्थिति और अधिक बढ़ जाएगी।दक्षिण-पश्चिम मानसून 15 जून के आसपास दक्षिण गुजरात में प्रवेश करता है। Monsoon Update
इसके बाद 20 जून को अहमदाबाद, 25 जून तक सौराष्ट्र और राजकोट-जामनगर के बाहरी इलाकों में पहुंच जाता है। आखिर में 30 जून को कच्छ के अंतिम गढ़ तक पहुंचकर अपनी यात्रा पूरी करता है। अन्य राज्यों की तुलना में गुजरात में मानसून की अवधि ज्यादा होती है। क्योंकि वलसाड से नलिया तक को कवर में मानसून को अधिक समय लगता है। मानसून को आगे बढ़ाने के लिए स्थिति दक्षिण-पश्चिम मानसून गुजरात में समुद्र तट के दोनों ओर बनने वाली प्रणालियों के प्रभाव में आगे बढ़ता है। इसके साथ ही मानसून की बारिश गुजरात के साथ लगते राजस्थान में होनी शुरू हो जाती है।
पिछले वर्ष बिपरजॉय से प्रभावित हुआ था मानसून | Monsoon Update :
पिछले साल 2023 में जून महीने में इसी समय के आसपास चक्रवात ‘बिपरजॉय’ ने राज्य को तबाह कर दिया था। इसके साथ ही राजस्थान के कई जिले भी चक्रवात की चपेट में आ गए थे।
वर्तमान में मानसून चक्र
यदि मानसून चक्र की बात करें तो बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने वाले मानसून के निचले स्तर/दबाव और मध्य भागों से होते हुए पश्चिम मध्य प्रदेश तक पहुंचने से गुजरात में मानसून आगे बढ़ने की स्थिति बन जाती है। उत्तरी मैदानी इलाकों में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और राजस्थान में कम गर्मी के प्रभाव में अरब सागर से आने वाली मजबूत मानसून धारा भी गुजरात के आंतरिक हिस्सों में मानसून को ले जाने के लिए एक विश्वसनीय स्रोत है। इसके बाद ही मानसून उत्तर भारत का रूख करता है।
कमजोर होते मानसून ने बधाई चिंता | Monsoon Update
मौजूदा समय में इनमें से कोई भी स्थिति मानसून के आगे बढ़ने के पक्ष में नहीं है। ऐसे में अगले कुछ दिनों में देश में मानसून कमजोर हो जाएगा। राज्य के तटीय भागों में वायुमंडल के निचले स्तर में अरब सागर से दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ चलेंगी, लेकिन इस सुविधा को समर्थन देने के लिए कोई प्रेरक कारक नहीं है। अगले एक सप्ताह के दौरान बादलों की परत के साथ कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। लेकिन, यह मानसून की धारा खींचने के लिए काफी नहीं हो सकती है। नतीजतन, गुजरात के अधिकांश हिस्सों में मानसून की अच्छी प्रगति में थोड़ी देरी हो सकती है। इसी वजह से उत्तर भारत में असर दिख रहा है। उत्तर भारत विशेकर पंजाब,हरियाणा, राजस्थान,दिल्ली एनसीआर,उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश में गर्मी एक बार फिर से अपना रूप दिखा रही है।
पंजाब के पठानकोट का अधिकतम पारा पहुँचा 47.8 डिग्री सेल्सियस
आधे देश में मानसूनी हवाएं चलने के बावजूद भी उत्तर भारत में कर्मी एक बार फिर गर्मी अपने उफान पर है। वीरवार को पंजाब के पठानकोट में अधिकतम पर 47.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इसी प्रकार हरियाणा के फरीदाबाद का अधिकतम तापमान भी 46.8 डिग्री सेल्सियस रहा। भारत मौसम विभाग के चंडीगढ़ केंद्र से जारी हुए मौसम बुलेटिन के अनुसार आगामी 5 दिनों तक भी गर्मी से राहत मिलने वाली नहीं है। भारत मौसम विभाग ने 18 मई तक मौसम इसी प्रकार शुष्क बना रहने व भीषण गर्मी की उम्मीद जताई है। मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार पिछले 24 घंटे में अमृतसर, पठानकोट,गुरदासपुर,पटियाला,लुधियाना बठिंडा,चंडीगढ़,सिरसा,अंबाला,हिसार करनाल,नारनौल व रोहतक में हीट वेव से सीवियर हीट वेव चली।
राजस्थान में कहीं बारिश तो कहीं गर्मी
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार पिछले 24 घंटों में राज्य के दक्षिणी भागों में मेघगर्जन के साथ बारिश,जबकि उत्तरी व पश्चिमी भागों में कहीं-कहीं हीटवेव दर्ज की गई है। सर्वाधिक अधिकतम तापमान 46.7 डिग्री श्रीगंगानगर में तथा सर्वाधिक वर्षा 14.0 मिलीमीटर भोपालसागर, चित्तौड़गढ़ में दर्ज की गयी है। पश्चिमी राजस्थान में आगामी तीन दिन व पूर्वी राजस्थान में आगामी 4-5 दिन दोपहर बाद कहीं-कहीं आंधी बारिश की गतिविधियां दर्ज होने की संभावना है। इसी प्रकार आगामी दो दिनों में राज्य के उत्तरी व पश्चिमी भागों में अधिकतम तापमान 44-46 डिग्री दर्ज होने व कहीं-कहीं हीटवेव चलने की संभावना है। राज्य के कुछ भागों में तेज सतही हवाएं चलने की भी उम्मीद है।
हरियाणा व राजस्थान में आज धूल भरी आंधी की संभावना
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि हरियाणा राज्य में पश्चिमीविक्षोभ के आंशिक प्रभाव के कारण 14 जून को मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में बीच बीच में आंशिक बादलवाई तथा धूल भरी हवाएं चलने की संभावना है, जिससे तापमान में हल्की गिरावट संभावित। परंतु 15 जून से 19 जून के दौरान मौसम आमतौर पर खुश्क व गर्म रहने की संभावना है तथा उत्तर पश्चिमी हवाएं चलने तथा बीच-बीच में हल्के बादल तथा धूल भरी हवाएं चलने की भी संभावना है। इस के बाद 20 जून से मौसम में फिर से बदलाव संभावित।